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5 करोड़ की नशीली दवाइयों के साथ 11 आरोपी गिरफ्तार

यूपी के रामपुर में पुलिस ने नशीली दवाइयों का कारोबार करने वाले अंतरराज्यी गिरोह के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास 5 करोड़ की नशीली दवाइयां बरामद हुई हैं.

नशीली दवाइयों के साथ 11 आरोपी गिरफ्तार.
नशीली दवाइयों के साथ 11 आरोपी गिरफ्तार.
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Published : Sep 19, 2021, 7:23 PM IST

रामपुरः जिले में पुलिस को नशीली दवाइयों की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ने में सफलता मिली है. थाना शहजादनगर पुलिस और एसओजी की टीम ने मिलकर लगभग 5 करोड़ की नशीली दवाइयों के साथ 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें 6 जिले और 5 आरोपी मुरादाबाद के रहने वाले हैं. मुखबिर की सूचना पर शनिवार को एसओजी व थाना शहजादनगर, रामपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने ग्राम दुर्गनगला फाटक के पास चेकिंग के दौरान मोटर साइकिल को रुकने का इशारा किया. इसपर मोटरसाइकिल सवार भागने लगे तो पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए सोनू कश्यप को गिरफ्तार कर लिया. जिसके कब्जे से मोटर साइकिल के साथ 5 पेटी नशीली दवाई (मेंकोडीडस सीरप, एल्प्राजोलम टैबलेट, स्पास्मोप्रोक्सीवोन कैप्सूल) बरामद हुई.

नशीली दवाइयों के साथ 11 आरोपी गिरफ्तार.
गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि वह नशीली दवाओं की पेटियां ग्राम दुर्गनंगला से नेशनल हाईवे को जाने वाली सड़क के किनारे खंडहर पड़ी बिल्डिंग में मौजूद लोगों से अभी थोड़ी देर पहले ही लेकर अपने घर बिलासपुर जा रहा था. इसके बाद पुलिस की टीम ने खण्डरनुमा बिल्डिंग पर छापा मारकर छापा मारकर 10 आरोपियों को गाड़ियों के साथ गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने यहां से संजीव चौधरी, लखपत, सतीश गुप्ता, प्रवेश, राजेश, सुरेश, राहिद, जितेन्द्र, लवली उर्फ आदित्य, नमन गुप्ता को गिरफ्तार किया है.


पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने मीडिया से बातचीत करते हुए रविवार को बताया कि एसओजी टीम, थाना शहजादनगर पुलिस और ड्रग विभाग की संयुक्त टीम ने मिलकर नशीली दवाइयों का कारोबार करने वाले अंतरराज्यीय गैंग के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों की आगरा से कड़ी जुड़ी हुई है. आगरा में पिछले वर्ष एक गैंग पकड़ा गया था. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह आगरा से ब्लैक में दवाई लेकर आते थे. एसपी ने बताया कि आरोपी लोग बिना बिल के कम प्राइस में दवाइयों को लेकर अलग-अलग लेवल पर प्राइस अधिक कर बेचा करते थे. आरोपिये के पास एक इंजेक्शन मिला है, जिसका मूल्य 14 रुपये है. यह इंजेक्शन ग्राहक तक पहुंचते-पहुंचते 300 रुपये तक हो जाती थी. आगरा और मुरादाबाद से इनका यह पूरा कारोबार चल रहा था. मंडल के अलावा यह लोग उत्तराखंड में भी बेचा करते थे. ये सभी आरोपी नशे की टेबलेट, कैप्सूल, सिरप और इंजेक्शन अपने माध्यम से बहुत कम सप्लाई करते थे.

इसे भी पढ़ें-यूपी सरकार डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाकर करेगी 70 वर्ष

एसपी ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से लगभग पौने 3 लाख टैबलेट, साढ़े नौ लाख के लगभग कैप्सूल, लगभग 1 लाख इंजेक्शन, लगभग 2000 से अधिक सिरप जो नशे के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं, बरामद किया गया है. एसपी ने बताया कि ये दवाइयां बिना डॉक्टर के प्रिसक्प्शन के नहीं मिलती है. उन्होंने बताया कि आरोपी फर्जी मेडिकल स्टोर खोले हुए है या किसी न किसी कभी किसी वैध मेडिकल स्टोर पर एमआर या सेल्समैन के रूप में काम कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि इन नशे की दवाइयों की मार्केट प्राइस लगभग सवा करोड़ है. लेकिन जिस प्राइस में यह लोग बेचा करते थे उसकी कीमत 5 करोड़ है.

रामपुरः जिले में पुलिस को नशीली दवाइयों की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ने में सफलता मिली है. थाना शहजादनगर पुलिस और एसओजी की टीम ने मिलकर लगभग 5 करोड़ की नशीली दवाइयों के साथ 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें 6 जिले और 5 आरोपी मुरादाबाद के रहने वाले हैं. मुखबिर की सूचना पर शनिवार को एसओजी व थाना शहजादनगर, रामपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने ग्राम दुर्गनगला फाटक के पास चेकिंग के दौरान मोटर साइकिल को रुकने का इशारा किया. इसपर मोटरसाइकिल सवार भागने लगे तो पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए सोनू कश्यप को गिरफ्तार कर लिया. जिसके कब्जे से मोटर साइकिल के साथ 5 पेटी नशीली दवाई (मेंकोडीडस सीरप, एल्प्राजोलम टैबलेट, स्पास्मोप्रोक्सीवोन कैप्सूल) बरामद हुई.

नशीली दवाइयों के साथ 11 आरोपी गिरफ्तार.
गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि वह नशीली दवाओं की पेटियां ग्राम दुर्गनंगला से नेशनल हाईवे को जाने वाली सड़क के किनारे खंडहर पड़ी बिल्डिंग में मौजूद लोगों से अभी थोड़ी देर पहले ही लेकर अपने घर बिलासपुर जा रहा था. इसके बाद पुलिस की टीम ने खण्डरनुमा बिल्डिंग पर छापा मारकर छापा मारकर 10 आरोपियों को गाड़ियों के साथ गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने यहां से संजीव चौधरी, लखपत, सतीश गुप्ता, प्रवेश, राजेश, सुरेश, राहिद, जितेन्द्र, लवली उर्फ आदित्य, नमन गुप्ता को गिरफ्तार किया है.


पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने मीडिया से बातचीत करते हुए रविवार को बताया कि एसओजी टीम, थाना शहजादनगर पुलिस और ड्रग विभाग की संयुक्त टीम ने मिलकर नशीली दवाइयों का कारोबार करने वाले अंतरराज्यीय गैंग के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों की आगरा से कड़ी जुड़ी हुई है. आगरा में पिछले वर्ष एक गैंग पकड़ा गया था. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह आगरा से ब्लैक में दवाई लेकर आते थे. एसपी ने बताया कि आरोपी लोग बिना बिल के कम प्राइस में दवाइयों को लेकर अलग-अलग लेवल पर प्राइस अधिक कर बेचा करते थे. आरोपिये के पास एक इंजेक्शन मिला है, जिसका मूल्य 14 रुपये है. यह इंजेक्शन ग्राहक तक पहुंचते-पहुंचते 300 रुपये तक हो जाती थी. आगरा और मुरादाबाद से इनका यह पूरा कारोबार चल रहा था. मंडल के अलावा यह लोग उत्तराखंड में भी बेचा करते थे. ये सभी आरोपी नशे की टेबलेट, कैप्सूल, सिरप और इंजेक्शन अपने माध्यम से बहुत कम सप्लाई करते थे.

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एसपी ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से लगभग पौने 3 लाख टैबलेट, साढ़े नौ लाख के लगभग कैप्सूल, लगभग 1 लाख इंजेक्शन, लगभग 2000 से अधिक सिरप जो नशे के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं, बरामद किया गया है. एसपी ने बताया कि ये दवाइयां बिना डॉक्टर के प्रिसक्प्शन के नहीं मिलती है. उन्होंने बताया कि आरोपी फर्जी मेडिकल स्टोर खोले हुए है या किसी न किसी कभी किसी वैध मेडिकल स्टोर पर एमआर या सेल्समैन के रूप में काम कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि इन नशे की दवाइयों की मार्केट प्राइस लगभग सवा करोड़ है. लेकिन जिस प्राइस में यह लोग बेचा करते थे उसकी कीमत 5 करोड़ है.

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