रामपुर: जिले की तहसील शाहबाद के सेफनी गांव में डॉ भीमराव आंबेडकर जयंती के अवसर पर एक जनसभा का आयोजन किया गया था. जिसमें गठबन्धन सपा प्रत्याशी आजम खान ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए जिला प्रशासन को आड़े हाथों लिया और कम वोटिंग का जिम्मेदार भी प्रशासन को ठहराया. इसी बयान को लेकर प्रशासन ने आजम खान पर आचार संहिता उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया है.
जानिए क्या है पूरा मामला
- सपा प्रत्याशी आजम खान ने आंबेडकर जयंती के अवसर पर जनसभा को किया था संबोधित
- भाषण के दौरान पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने 15 दिन से एक वर्ग के लोगों को बहुत मारा है
- उनके घरों के दरवाजे तोड़ दिए. पुलिस ने महिलाओं के पेट ने डंडे घुसेड़ कर समान लूट कर ले गए.
- जितना अपमान कर सकते थे किया सिर्फ एक वर्ग के लोगों का इससे समाज बहुत दुखी है. आजम खान का इशारा मुस्लिम समाज की और था.
- उन्होंने कहा पुलिस ने 77 हजार लाल कार्ड बाटे एक वर्ग के लोगों को ओर कहा खबरदार वोट डालने मत जाना, सड़कों पर पुलिस ने लोगों को मारा.
- एसपी और डीएम ने अपने हाथों से मारा दूकान में घुस कर दुकानदारों को मारा समान खरीद रहे लोगों को मारा.
शाहबाद के सेफनी गांव में डॉ भीमराव आंबेडकर जयंती के अवसर पर एक जलूस की अनुमति ली गई थी. जिसके बाद एक जनसभा आयोजित की गई. जिसमें रामपुर से बीजेपी प्रत्याशी आजम खान ने सभा को संबोधित किया था. उनके भाषण में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन पाया गया. जिसके आधार पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और भी दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है जिनके नाम है आयोजक जय प्रकाश सागर और वक्ता राधेश्याम.
सलौनी अग्रवाल, सीओ