रामपुर: सपा नेता आजम खां की पत्नी ताजीन फातिमा ने जौहर यूनिवर्सिटी में किताबों के पाए जाने को लेकर पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन ने यूनिवर्सिटी पर छापा नहीं बल्कि एक सोची-समझी लूट की है. जो किताबें यूनिवर्सिटी से बरामद हुईं, वह पुलिस की गाड़ियों में भरकर लाई गई थीं, जिसे यहां से बरामद दिखा दिया गया.
ताजीन फातिमा ने जानकारी देते हुए बताया कि-
जिन इल्जामों को लेकर यूनिवर्सिटी पर छापेमारी की गई, वह पूरी तरह से गलत है. किसी भी शिक्षण संस्था में घुसते समय किसी भी अधिकारी को वाइस चांसलर से परमिशन लेना चाहिए, जो नहीं ली गई. यह एक तरह की लूट है, छापेमारी नहीं. जिन किताबों को वह बरामद होना बता रहे हैं, उसे पुलिस खुद गाड़ियों में भरकर लाई थी. पुलिस ने खुद लाइब्रेरी में किताबें रखीं और फिर वहां से बरामद कीं. अगर ऐसा नहीं था तो उन्हें मीडिया को बुलाना चाहिए था.
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जकात का तकरीबन 6 लाख रुपये जो यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ऑफिस में रखा हुआ था, उसे पुलिस द्वारा लूटकर ले जाने का आरोप आजम खां की पत्नी ने लगाया है. किसानों को बहला-फुसलाकर, डरा-धमकाकर, पैसे देकर जबरदस्ती मुकदमे लिखवाने का भी आरोप लगाया. किसानों ने जो मुकदमे लिखवाए हैं, वे भी गलत हैं. उन्होंने पुलिस और प्रशासन पर आजम खां की छवि बिगाड़ने का भी आरोप लगाया.