रायबरेली: कोरोना संकट के चलते हुए 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान बेजुबान पशु-पक्षियों के सामने भी भोजन का संकट पैदा हो गया है. जिसे देखते हुए रायबरेली के रहने वाले समाजसेवी श्याम साधु ने सरकार से अपील की है कि, वह बेजुबान पशु-पक्षियों के लिए भी खाने का इंतजाम करे.
लॉकडाउन के दौरान आम आदमी को रही परेशानियों से निजात दिलाने के लिए सरकार के अलावा अन्य कई वर्गों की तरफ से मदद की जा रही है. लेकिन, इस देशबंदी में बेजुबान पशु-पक्षियों के लिए इस तरह पहल की कमी नज़र आ रहा है. यहां तक कि गोशालाओं में गायें बिना चारे-पानी के कई दिनों से भूूखी-प्यासी पड़ी हैं और उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.
श्याम साधु कहते हैं कि पशु-पक्षियों व पर्यावरण की रक्षा का दायित्व भी मनुष्यों के ही ऊपर है. सरकार भूखे लोगों के लिए हर संभव इंतज़ाम कर रही है. लेकिन पशु-पक्षियों की चिंता करने वाला कोई नहीं दिखता. निराश्रित गोवंश के अलावा बंदर और कुत्तों जैसे जानवरों लिए भी खाने पीने का बड़ा संकट है. हालांकि सीएम योगी ने इस विषय में घोषणा की है. लेकिन बावजूद इसके अभी भी कोई बेसहारा पशुओं की सुधि नहीं ले रहा है.
उन्होंने कहा कि, लॉकडाउन के बावजूद जैसे सरकार लोगों के घरों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने की व्यवस्था करने में जुटी है और गरीब व कमजोर तबके के लोगों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है, उसी प्रकार पशु-पक्षिओं के लिए कुछ कदम उठाने की जरूरत है.
इसके अलावा श्याम साधु ने कहा कि, मानव द्वारा पर्यवारण व पशुओं की अनदेखी का ही नतीजा कोरोना जैसी महामारी के रूप मे देखने को मिल रहा हैं, इसीलिए सबको जागरुक होकर इस विषय में भी सोचने की जरूरत है.