रायबरेलीः लॉकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों को बसों से घरों तक पहुंचाने को लेकर छिड़े राजनीतिक घमासान के बीच प्रख्यात पशु सेवी और पर्यावरणविद श्याम साधु ने दोनों ही दलों को जमकर लताड़ लगाई है. कोरोना के इस संकटकाल में श्रमिकों के मुद्दे पर एक दूसरे के बीच आरोप-प्रत्यारोप से आहत श्याम साधु ने कहा कि दोनों पार्टियों का यह बर्ताव देश की राजनीति में कलंक के समान है. लाखों की तादात में जब मजदूर पलायन को मजबूर हैं और गैर प्रांतों से वापस यूपी का रुख कर रहे हैं. ऐसे मौके पर जिम्मेदार राजनीतिक दल होने के नाते सभी को संयम से काम लेना चाहिए था, लेकिन दोनों ही दलों ने मर्यादा लांघने का काम किया है.
उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर वार करते हुए श्याम साधु कहते हैं कि लॉकडाउन के शुरुआती दिनों से ही योगी सरकार ने कोरोना वायरस के खिलाफ बेहतरीन काम करके दिखाया था. उन्होंने कहा कि सरकार को आगे भी इसे बरकरार रखने जरूरत थी. श्रमिकों के मुद्दे पर संवेदनहीनता दिखाते हुए सरकार ने कांग्रेस द्वारा दी जाने वाली बसों को विपक्षी दल से जुड़ा होने के कारण प्रयोग करने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि जितनी भी बसें उपयोग करने लायक थीं, सरकार को श्रमिकों के प्रयोग में लाना चाहिए था.
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वहीं विपक्षी दल कांग्रेस और पड़ोसी राज्य राजस्थान के सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधते हुए श्याम साधु ने कहा कि बेवजह कांग्रेस ने पूरे मसले को इतना तूल दिया. देश की पुरानी सियासी पार्टी होने के नाते संकट के इस दौर में उसे सत्तारूढ़ दल की मदद करने में भरोसा रखना चाहिए था, न कि किसी ऐसे मसले में सरकारी मशीनरी को उलझा देना चाहिए कि जिससे कि राहत कार्यों में बाधा पहुंचे.