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विदेशी छात्रों को भी 'पेट्रोलियम विशेषज्ञ' बनने का मौका देगा अमेठी का RGIPT

अमेठी के बहादुरपुर में स्थित राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी (RGIPT) मिडिल ईस्ट क्षेत्र के छात्रों की प्रतिभा को निखारने का काम करेगी. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'स्टडी इन इंडिया' के तहत वह इन छात्रों को पेट्रोलियम विशेषज्ञ बनने में उनकी मदद करेगा. इसके लिए वह सरकार के साथ MoU भी साइन कर रहा है

राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी.
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Published : Sep 22, 2019, 12:17 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST

रायबरेली/अमेठी: दुनिया मे पेट्रोलियम उत्पादों के अपार स्रोत के लिए पहचाने जाने वाले क्षेत्र मिडिल ईस्ट की प्रतिभा अब आरजीआईपीटी (RGIPT) के बलबूते निखरेगी. बहादुरपुर के राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी (RGIPT) में पेट्रोलियम से जुड़े रिसर्च वर्क के जरिए अपने हुनर में नया रंग भरने का विदेशी छात्रों को भी जल्द ही अवसर मिलेगा. संसद के विशेष अधिनियम के जरिए स्थापित हुए इस राष्ट्रीय महत्व के संस्थान की साख में अंतरराष्ट्रीय रुतबे की पहचान भी जल्द ही जुड़ने की उम्मीद है.

RGIPT के डायरेक्टर से बातचीत करते संवाददाता.
अमेठी-रायबरेली के इस क्षेत्र को पेट्रोलियम व उससे जुड़े खनिज उत्पादों के शोध केंद्र का हब बनाने की दिशा में बेहद कारगार कदम उठाते हुए RGIPT केंद्र सरकार के साथ 'स्टडी इन इंडिया' कैंपेन के तहत एमओयू साइन कर रहा है. इंस्टीट्यूट प्रबंधन से जुड़े लोगों का कहना है कि करार होने के बाद एक ओर जहां विदेशी स्टूडेंट्स के लिए RGIPT के दरवाजे खुलेंगें. साथ ही संस्थान की आमदनी में भी इजाफा होने की उम्मीद है.अमेठी के बहादुरपुर स्थित RGIPT के डायरेक्टर एएसके सिन्हा ने ईटीवी भारत से बातचीत में इस बात का खुलासा करते हुए बताया कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'स्टडी इन इंडिया' के तहत दुनिया भर में पेट्रोलियम के अपार स्रोत के रूप में पहचान बनाने में कामयाब मिडिल ईस्ट के छात्रों को उसी पेट्रोलियम का एक्सपर्ट बनाने में RGIPT उनकी मदद करेगा.संस्थान में स्थापित हुआ 'डिजाइन एंड इनोवेशन सेन्टर' RGIPT के निदेशक एएसके सिन्हा ने बताया कि छात्रों के पाठ्यक्रम में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग को शामिल किए जाने पर जोर दिया जा रहा है. इसी क्रम में संस्थान में डिजाइन एंड इनोवेशन सेन्टर की स्थापना की गई है।आने वाले वक्त में इसे और विकसित किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: गोरखपुर: 'MMMTU' को विश्व प्रोग्रामिंग दक्षता में मिला 44वां स्थान

संस्थान में इंजीनियरिंग पढ़ाई के ट्रेंडों में होगा इजाफा
RGIPT के डायरेक्टर में बताया कि आने वाले सत्र में संस्थान के अंडरग्रेजुएट कोर्स में तीन नए ट्रेड का संचालन शुरु होगा. कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के अलावा एनर्जी इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन को भी शामिल किया जाएगा. फिलहाल, आरजीआईपीटी में पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी के अलावा केमिकल इंजीनियरिंग से जुड़े ट्रेडों के तकनीकी महारथी बनने का अवसर प्रदान किया जा रहा है.

रायबरेली/अमेठी: दुनिया मे पेट्रोलियम उत्पादों के अपार स्रोत के लिए पहचाने जाने वाले क्षेत्र मिडिल ईस्ट की प्रतिभा अब आरजीआईपीटी (RGIPT) के बलबूते निखरेगी. बहादुरपुर के राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी (RGIPT) में पेट्रोलियम से जुड़े रिसर्च वर्क के जरिए अपने हुनर में नया रंग भरने का विदेशी छात्रों को भी जल्द ही अवसर मिलेगा. संसद के विशेष अधिनियम के जरिए स्थापित हुए इस राष्ट्रीय महत्व के संस्थान की साख में अंतरराष्ट्रीय रुतबे की पहचान भी जल्द ही जुड़ने की उम्मीद है.

RGIPT के डायरेक्टर से बातचीत करते संवाददाता.
अमेठी-रायबरेली के इस क्षेत्र को पेट्रोलियम व उससे जुड़े खनिज उत्पादों के शोध केंद्र का हब बनाने की दिशा में बेहद कारगार कदम उठाते हुए RGIPT केंद्र सरकार के साथ 'स्टडी इन इंडिया' कैंपेन के तहत एमओयू साइन कर रहा है. इंस्टीट्यूट प्रबंधन से जुड़े लोगों का कहना है कि करार होने के बाद एक ओर जहां विदेशी स्टूडेंट्स के लिए RGIPT के दरवाजे खुलेंगें. साथ ही संस्थान की आमदनी में भी इजाफा होने की उम्मीद है.अमेठी के बहादुरपुर स्थित RGIPT के डायरेक्टर एएसके सिन्हा ने ईटीवी भारत से बातचीत में इस बात का खुलासा करते हुए बताया कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'स्टडी इन इंडिया' के तहत दुनिया भर में पेट्रोलियम के अपार स्रोत के रूप में पहचान बनाने में कामयाब मिडिल ईस्ट के छात्रों को उसी पेट्रोलियम का एक्सपर्ट बनाने में RGIPT उनकी मदद करेगा.संस्थान में स्थापित हुआ 'डिजाइन एंड इनोवेशन सेन्टर' RGIPT के निदेशक एएसके सिन्हा ने बताया कि छात्रों के पाठ्यक्रम में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग को शामिल किए जाने पर जोर दिया जा रहा है. इसी क्रम में संस्थान में डिजाइन एंड इनोवेशन सेन्टर की स्थापना की गई है।आने वाले वक्त में इसे और विकसित किया जाएगा.

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संस्थान में इंजीनियरिंग पढ़ाई के ट्रेंडों में होगा इजाफा
RGIPT के डायरेक्टर में बताया कि आने वाले सत्र में संस्थान के अंडरग्रेजुएट कोर्स में तीन नए ट्रेड का संचालन शुरु होगा. कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के अलावा एनर्जी इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन को भी शामिल किया जाएगा. फिलहाल, आरजीआईपीटी में पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी के अलावा केमिकल इंजीनियरिंग से जुड़े ट्रेडों के तकनीकी महारथी बनने का अवसर प्रदान किया जा रहा है.

Intro:मिडिल ईस्ट के छात्रों को लुभाएगा आरजीआईपीटी,विदेशी छात्रों को 'पेट्रोलियम विशेषज्ञ' बनने का अवसर करेगा प्रदान

मिडिल ईस्ट के छात्रों को पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी में पारंगत बनायेगा बहादुरपुर का आरजीआईपीटी


21 सिंतबर 2019 - रायबरेली/अमेठी

दुनिया मे पेट्रोलियम उत्पादों के अपार स्रोत के लिए पहचाने जाने वाले क्षेत्र,मिडिल ईस्ट की प्रतिभा आरजीआईपीटी के बलबूते निखरेगी।बहादुरपुर के राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी में पेट्रोलियम से जुड़े रिसर्च वर्क के जरिए अपने हुनर में नया रंग भरने का विदेशी छात्रों को भी जल्द ही अवसर मिलेगा।संसद के विशेष अधिनियम के जरिए स्थापित हुए इस राष्ट्रीय महत्व के संस्थान की साख में अंतरराष्ट्रीय रुतबे की पहचान भी जल्द ही जुड़ने की उम्मीद है।


अमेठी - रायबरेली के इस क्षेत्र को पेट्रोलियम व उससे जुड़े खनिज उत्पादों के शोध केंद्र का हब बनाने की दिशा में बेहद कारगार कदम उठाते हुए आरजीआईपीटी केंद्र सरकार के साथ 'स्टडी इन इंडिया' कंपैन के तहत एमओयू साइन कर रहा है।
इंस्टीट्यूट प्रबंधन से जुड़े लोगों का कहना है कि करार होने के बाद एक ओर जहां विदेशी स्टूडेंट्स के लिए आरजीआईपीटी के दरवाजे खुलेंगें साथ ही संस्थान की आमदनी में भी इजाफा होने की उम्मीद है।



Body:अमेठी के बहादुरपुर स्थित आरजीआईपीटी के डायरेक्टर एएसके सिन्हा ने ईटीवी से बातचीत में इस बात का खुलासा करते हुए बताया कि केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'स्टडी इन इंडिया' के तहत दुनिया भर में पेट्रोलियम के अपार स्रोत के रूप में पहचान बनाने में कामयाब मिडिल ईस्ट के छात्रों को उसी पेट्रोलियम का एक्सपर्ट बनाने में आरजीआईपीटी उनकी मदद करेगा।आरजीआईपीटी की इस पहल की बदौलत जल्द ही


संस्थान में स्थापित हुआ 'डिज़ाइन एंड इनोवेशन सेन्टर' -
आरजीआईपीटी के निर्देशक एएसके सिन्हा ने बताया कि छात्रों के करिकुलम में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग को शामिल किए जाने पर जोर दिया जा रहा है,इसीक्रम में संस्थान में डिज़ाइन एंड इनोवेशन सेन्टर की स्थापना की गई है।आने वाले वक्त में इसे और विकसित किया जाएगा।


संस्थान में इंजीनियरिंग पढ़ाई के ट्रेडों में होगा इजाफा-
आरजीपीटी के डायरेक्टर में बताया कि आने वाले सत्र में संस्थान के अंडरग्रेजुएट कोर्स में तीन नए ट्रेड का संचालन शुरु होगा।कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के अलावा एनर्जी इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन को भी शामिल किया जाएगा।
फिलहाल आरजीआईपीटी में पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी के अलावा केमिकल इंजीनियरिंग से जुड़े ट्रेडों के तकनीकी महारथी बनने का अवसर प्रदान किया जा रहा है।



Conclusion:बाइट : एएसके सिन्हा - डायरेक्टर - राजीव गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी (आरजीआईपीटी)

प्रणव कुमार - 7000024034
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST
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