रायबरेलीः जिले के कलेक्ट्रेट परिसर में शनिवार को सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और पुरुष पहुंचकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. कलेक्ट्रेट परिसर में संचालित पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर हंगामे की जानकारी मिलते ही मौके पर भारी पुलिस बल जमा हो गयी और भीड़ शांत करने की कोशिश में जुट गयी. लेकिन प्रदर्शकारियों का हंगामा जारी रहा. ग्रामीणों का कहना था कि शुक्रवार की शाम सलोन तहसील के बगहा से निर्वाचित प्रधान अमित पासी जेल से रिहा हुए. इस दौरान बिना बताए पुलिस ने उनके रिहा होते ही फिर अपनी हिरासत में लिया और जेल के बाहर उनका इंतजार कर रहे परिजनों को इसकी सूचना भी नहीं दी गई. जब तक उन्हें हमारे हवाले नही किया जाएगा वो लोग वही डटे रहेंगे.
प्रदर्शन कर रहें लोगों के अनुसार, पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन कर रहे लोग जिले की सलोन तहसील के बगहा गांव के निवासी है. बगहा प्रधान अमित पासी को दो माह पहले किसी मामले में पुलिस ने जेल भेज दिया था. कल उनकी जमानत पर जिला जेल से छोड़ा गया. परिजन जेल के बाहर उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे. जब काफी समय तक वो बाहर नहीं आए तो परिजनों ने पूछताछ की, जिसमें पता चला कि कुछ पुलिस वाले उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाकर दूसरे गेट से निकल गए. इसके बाद से अभी तक परिजन उनकी तलाश कर रहे हैं. उनकी कोई खोज खबर नहीं मिली न ही पुलिस कुछ बता रही है. परेशान हो परिजन सैकड़ों ग्रामीणों के साथ बड़े साहब के कार्यालय पहुचे और घेराव कर अमित को उन्हें सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं.
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