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संतान की चाहत में चाचा ने घरवालों के साथ मिलकर की मासूम की हत्या, गिरफ्तार

यूपी के रायबरेली में बच्ची की मौत के मामले में पुलिस ने आरोपियों का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने बताया कि मासूम के चाचा, बाबा और बुआ ने मिलकर मासूम को घर के आंगन में ही मार डाला और शव को तालाब में फेंक दिया था. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

रायबरेली में बच्चे की हत्या के आरोपी गिरफ्तार
रायबरेली में बच्चे की हत्या के आरोपी गिरफ्तार
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Published : Dec 5, 2021, 5:34 PM IST

रायबरेली: जिले की नसीराबाद पुलिस ने रविवार को पांच वर्षीय मासूम की मौत के मामले का खुलासा करते हुए उसके चाचा, बुआ और बाबा को गिरफ्तार कर मीडिया के सामने पेश कर दिया. आरोपी चाचा ने संतान की चाहत में अपने पिता, भाइयों और बहनों के साथ मिलकर मासूम को घर के आंगन में ही मार डाला. इसके बाद शव को तालाब में फेंककर उसकी तलाश करने का नाटक करने लगा. डॉग स्क्वायड ने उसके नाटक की पोल खोल दी और पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से आला कत्ल और खून से सने कपड़े बरामद कर लिए. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

चाचा ही निकला मासूम का हत्यारा

दरअसल, जिले के नसीराबाद थाना क्षेत्र के पूरे शिव प्रसाद मिश्र गांव निवासी हरिश्चन्द्र ने 30 नवम्बर को थाने में सूचना दी कि उनका 5 वर्षीय पुत्र रुद्र कल से गायब है. पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर मासूम की तलाश शुरू की लेकिन, वो नहीं मिला. इसके बाद 3 दिसम्बर को गांव में ही एक तालाब से मासूम का शव बरामद हुआ. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. शव के सिर में चोट का निशान था, जिसपर पुलिस को उसकी हत्या करने का अंदेशा हुआ और उन्होंने मामले की जांच-पड़ताल शुरू की. जांच में मासूम की मौत के पीछे उसके चचेरे चाचा का ही हाथ होने की बात पता चली. पुलिस टीम ने मामले को पुख्ता करने के लिए डॉग स्क्वायड को राजधानी से बुलाया और उसकी मदद से मासूम की हत्या में शामिल उसके चचेरे चाचा, बाबा और उनके बेटों और दो बेटियों को गिरफ्तार कर लिया है.

घर में ही छिपाया बच्चे का शव

जब पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो मासूम के चाचा आरोपी बाल गोविंद ने बताया कि उसकी शादी के बाद से संतान नहीं है. इस बात से नाराज होकर उसकी पत्नी अपने मायके चली गई. बाल गोविंद के पिता राम केतार तांत्रिक हैं. उसने इस बात की जानकारी जब पिता को दी तो उसने बताया कि अगर अपने खानदान में से कोई एक बच्चा कम हो जाए तो वो पिता बन सकता है. इस पर रामकेतार, हरगोविंद, बबलू और उनकी दो बहनें मीना और नीतू ने हरिश्चन्द्र के बेटे रुद्र को मारने की साजिश रची और मौका पाकर उसे गायब कर दिया. इसके बाद सभी ने अपने घर के आंगन में बच्चे के सिर पर प्रहार कर उसकी हत्या कर दी और शव को घर में ही छिपा दिया.

इसे भी पढ़ें- सपा कार्यकर्ता की खुली 'दबंगई' : पुलिस अधिकारी का सिर पकड़कर खुद से लड़ाया, डर के मारे पुलिस के छूटे पसीने

डॉग स्क्वायड की मदद से पकड़े गए आरोपी

आरोपियों ने मौका मिलने पर शव को कहीं और ठिकाने लगाने का प्लान बनाया. इसके बाद मासूम के पिता और पुलिस के साथ मिलकर उसे ढूंढने का नाटक करने लगे. मौका न मिलने पर उन्होंने मासूम के शव को घर के पास के ही तालाब में फेंक दिया. शव मिलते ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और डॉग स्क्वायड की मदद से उन्हें दबोच लिया. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

रायबरेली: जिले की नसीराबाद पुलिस ने रविवार को पांच वर्षीय मासूम की मौत के मामले का खुलासा करते हुए उसके चाचा, बुआ और बाबा को गिरफ्तार कर मीडिया के सामने पेश कर दिया. आरोपी चाचा ने संतान की चाहत में अपने पिता, भाइयों और बहनों के साथ मिलकर मासूम को घर के आंगन में ही मार डाला. इसके बाद शव को तालाब में फेंककर उसकी तलाश करने का नाटक करने लगा. डॉग स्क्वायड ने उसके नाटक की पोल खोल दी और पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से आला कत्ल और खून से सने कपड़े बरामद कर लिए. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

चाचा ही निकला मासूम का हत्यारा

दरअसल, जिले के नसीराबाद थाना क्षेत्र के पूरे शिव प्रसाद मिश्र गांव निवासी हरिश्चन्द्र ने 30 नवम्बर को थाने में सूचना दी कि उनका 5 वर्षीय पुत्र रुद्र कल से गायब है. पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर मासूम की तलाश शुरू की लेकिन, वो नहीं मिला. इसके बाद 3 दिसम्बर को गांव में ही एक तालाब से मासूम का शव बरामद हुआ. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. शव के सिर में चोट का निशान था, जिसपर पुलिस को उसकी हत्या करने का अंदेशा हुआ और उन्होंने मामले की जांच-पड़ताल शुरू की. जांच में मासूम की मौत के पीछे उसके चचेरे चाचा का ही हाथ होने की बात पता चली. पुलिस टीम ने मामले को पुख्ता करने के लिए डॉग स्क्वायड को राजधानी से बुलाया और उसकी मदद से मासूम की हत्या में शामिल उसके चचेरे चाचा, बाबा और उनके बेटों और दो बेटियों को गिरफ्तार कर लिया है.

घर में ही छिपाया बच्चे का शव

जब पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो मासूम के चाचा आरोपी बाल गोविंद ने बताया कि उसकी शादी के बाद से संतान नहीं है. इस बात से नाराज होकर उसकी पत्नी अपने मायके चली गई. बाल गोविंद के पिता राम केतार तांत्रिक हैं. उसने इस बात की जानकारी जब पिता को दी तो उसने बताया कि अगर अपने खानदान में से कोई एक बच्चा कम हो जाए तो वो पिता बन सकता है. इस पर रामकेतार, हरगोविंद, बबलू और उनकी दो बहनें मीना और नीतू ने हरिश्चन्द्र के बेटे रुद्र को मारने की साजिश रची और मौका पाकर उसे गायब कर दिया. इसके बाद सभी ने अपने घर के आंगन में बच्चे के सिर पर प्रहार कर उसकी हत्या कर दी और शव को घर में ही छिपा दिया.

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डॉग स्क्वायड की मदद से पकड़े गए आरोपी

आरोपियों ने मौका मिलने पर शव को कहीं और ठिकाने लगाने का प्लान बनाया. इसके बाद मासूम के पिता और पुलिस के साथ मिलकर उसे ढूंढने का नाटक करने लगे. मौका न मिलने पर उन्होंने मासूम के शव को घर के पास के ही तालाब में फेंक दिया. शव मिलते ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और डॉग स्क्वायड की मदद से उन्हें दबोच लिया. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

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