रायबरेली: केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी परियोजना भारतनेट के जरिए जिले की सभी ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़े जाने का लक्ष्य है. पहले फेज का काम 2018 में पूरा होने के बाद अब दूसरे फेज में भी 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. वहीं मार्च 2021 तक दूसरे फेज का शत-प्रतिशत कार्य पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है.
सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में है शुमार
'भारत नेट' पीएम मोदी की फ्लैगशिप योजनाओं में शुमार भारत नेट परियोजना के तहत देशभर की सभी ग्राम पंचायतों को हाई स्पीड इंटरनेट की कनेक्टिविटी देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल क्रांति लाने के मकसद से शुरु हुई इस योजना को लेकर सरकार के नीति निर्माता भी खास उत्साहित थे.
पहले फेज में कवर हुईं 515 ग्राम पंचायतें
बता दें कि इस फ्लैगशिप योजना "भारत-नेट' की शुरुआत रायबरेली में कई वर्ष पूर्व ही हो चुकी थी. जिले की सभी (1,066) ग्राम पंचायतें को योजना के तहत कवर किया जाना था. पहले चरण के फेज 1 में जून 2018 तक 10 ब्लॉकों की 515 ग्राम पंचायतो का पूरा कर लिया गया था. वहीं दूसरे फेज में 11 ब्लॉक के 551 ग्राम पंचायतों को कनेक्टिविटी दिए जाने का प्लान है. फिलहाल दूसरे फेज में का करीब 60% कार्य पूरा हो चुका है, और जल्द ही जनपद की सभी पंचायतों को हाई स्पीड डेडिकेटेड फाइबर की सुविधा प्रदान कर दी जाएगी.
क्या कहते हैं बीएसएनएल के टीडीएम
बीएसएनएल रायबरेली परिक्षेत्र के टेलीकॉम डिविशनल मैनेजर एसपी सिंह दावा करते है कि उनके द्वारा 21 ब्लॉकों में किए जा रहे प्रोजेक्ट में रायबरेली के अलावा अमेठी जनपद के 06 ब्लॉक भी शामिल हैं. टीडीएम के अनुसार पहले फेज के सभी ग्राम पंचायतों में काम पूरा होने के बाद बीबीएनल को हैंडओवर किया जा चुका है. बीबीएनल ने इनके मेंटेनेन्स का काम सीएससी को सौंपा है. उनका कहना है कि फेज 2 का काम मार्च 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है.
क्या है फाइबर ऑप्टिक्स(Fiber Optics)
फाइबर ऑप्टिक्स (Fiber Optics) एक ऐसी तकनीक है जो डाटा संचारित करने के लिए कांच के धागों (फाइबर) का उपयोग करती है. फाइबर ऑप्टिक केवल के अंदर कांच के धागों का एक बंडल होता है, जिनमें प्रत्येक फाइबर प्रकाश तरंगों पर मिश्रित संदेशों को प्रेषित करने में सक्षम होता है.