रायबरेली : प्रदेश में झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से आए दिन कोई न कोई बड़ी घटना होती रहती है. मामला मिल एरिया के कोडरस गांव का है, जहां के एक युवक की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे पास के गांव में ही इलाज कर रहे एक झोलाछाप डॉक्टर के पास ले जाया गया. उसने युवक को इंजेक्शन लगा दिया. घर पहुंचते ही उसकी हालत बिगड़ गई.
वहीं झोलाछाप डॉक्टर को जब इसकी सूचना दी गई तो उसने अपना पल्ला झाड़ लिया और मौका देख कर वहां से फरार हो गया. बाद में युवक की मौत हो गई. सूचना पर पहुंची पुलिस जांच में जुट गई.
जानकारी के अनुसार, कोडरस गांव का रहने वाला गुड्डू शनिवार दोपहर पेट में दर्द शुरू हो गया. पड़ोस का एक युवक उसे खसपरी गांव में पाल क्लीनिक चला रहे एक झोलाछाप के पास इलाज के लिए ले गया. झोलाछाप ने आव न देखा ताव, युवक को इंजेक्शन लगा दिया और कुछ दवा देकर वापस भेज दिया. गुड्डू जैसे ही घर पहुंचा, उसकी हालत और खराब हो गई. परिजन दोबारा उसे डॉक्टर के पास लेकर पहुंचे. उसने अपना पल्ला झाड़ लिया और मौका पाकर दुकान का शटर गिरा कर गायब हो गया. इधर युवक की मौत हो गई. परिजनों में मातम छा गया. मृतक की बूढ़ी मां का रो-रो कर बुरा हाल है.
इसी बीच सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और मामले की जांच में जुट गई. ग्रामीणों का कहना है कि युवक की मौत झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से हुई है. उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही उनका कहना है कि प्रशासन अगर समय-समय पर झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करे, तो मृतक की जान बचाई जा सकती थी.