रायबरेली: शासन के विरोध में जनपद के लेखपाल संघ ने मंगलवार को विभिन्न तहसीलों में कार्य बहिष्कार किया. शाम को कैंडल मार्च निकालकर अपनी मांगों पर कायम रहते हुए लेखपालों ने आर-पार की लड़ाई की बात कही. रायबरेली सदर तहसील परिसर से शुरू हुआ कैंडल मार्च राणा बेनी माधव के स्मारक तक पहुंचा. इस दौरान विरोध करते हुए लेखपालों ने सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'किसान सम्मान निधि' से जुड़े कार्यों से खुद को अलग रखने की बात भी कही.
दरअसल, सदर तहसील के साथ ही जनपद के सभी तहसीलों में प्रांतीय संगठन के आह्वान पर लेखपाल मंगलवार को दिन भर अपने कार्यों से विरत रहे. इस दौरान लेखपालों ने शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन किया. साथ ही शाम को कैंडल मार्च निकालते हुए राणा बेनी माधव स्मारक पहुंचे.
मांगों को लेकर अडिग
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे संघ के महामंत्री राम अनुज दीक्षित ने बताया कि दिन में 10 से 2 बजे तक लेखपालों ने आज कार्य बहिष्कार किया था. शासन हमारी मांगों को लेकर गंभीर नहीं दिख रहा है. यही कारण है कि दिन भर कार्यों से विरत रहने के बाद शाम को कैंडल मार्च निकाला जा रहा है. हम अपनी सभी मांगों को लेकर अडिग हैं. किसी भी हालात में उनसे समझौता नहीं किया जाएगा.
अगले कदम में विधानसभा का घेराव
वहीं कैंडल मार्च में शामिल रहे प्रवीण श्रीवास्तव का दावा है कि यदि संघ की मांगों को सरकार द्वारा न माना गया तो सूबे के सभी लेखपाल लखनऊ कूच करने पर मजबूर होंगे और अगले कदम में विधानसभा का घेराव होगा.