रायबरेली: जिले में बीती देर रात जलकल विभाग में रखे क्लोरीन गैस सिलेंडर में रिसाव से हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंची फायर रेस्क्यू की टीम ने स्प्रे से रिसाव को कम कर सिलेंडर को सई नदी में फेंक दिया. इस पूरे घटनाक्रम में तीन लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया.
दरअसल, कल देर रात शहर कोतवाली क्षेत्र के जलकल विभाग के कबाड़ में क्लोरीन के तीन सिलेंडर पड़े हुए थे. देर रात एक सिलेंडर से क्लोरीन गैस का रिसाव होने लगा. मामले की जानकारी होने पर कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई. मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई. सूचना पर एएसपी, एडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट, फायर बिग्रेड की टीम मौके पर पहुंची और सिलेंडर से हो रहे रिसाव को फायर स्प्रे कर कम किया.
इसके बाद सिलेंडर को भीगी दरी से लपेटकर राजघाट से सई नदी में फेंक दिया गया. साथ ही बचे दो सिलेंडरों को भी नदी में डाल दिया गया. इस बीच जलकल में बनी कॉलोनी में रहने वाले तीन लोग इसकी चपेट में आ गए. सांस लेने में दिक्कत के चलते तीनों के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस पूरे मामले पर अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है.
प्रेस रिलीज के माध्यम से पुलिस ने दी जानकारी
प्रेस रिलीज के माध्यम से पुलिस ने जानकारी दी कि दिनांक 25.09.20 को 12:40 पर सूचना प्राप्त हुई कि जल संस्थान कैम्पस में गैस रिसाव हुआ है. मौके पर फायर टीम घटनास्थल पर पहुंची. मौक पर देखा गया कि 03 क्लोरीन के सिलेंडर कबाड़ में पड़े थे. इनमें से एक सिलेंडर में क्लोरीन गैस का रिसाव तेजी से हो रहा था. फायर टेंडर स्प्रे कर रिसाव को कम किया गया. इसके बाद जेसीबी मशीन द्वारा सिलेंडर को भीगे दरी से लपेटकर राजघाट पुल से नदी में गिरा दिया गया. दो अन्य सिलेंडर भी नदी में गिरा दिए गए.
गैस रिसाव से जल संस्थान के पीछे बनी कॉलोनी में 3 लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई. उनको उपचार के लिए अस्पताल भेज सीएमओ को मामले से अवगत कराया गया. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में सीओ सिटी, कोतवाली प्रभारी, एफएसओ और फायर रेस्क्यू की टीम मौजूद रही.