रायबरेली : जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल मुहैया कराने को लेकर सरकार हमेशा से प्रतिबद्धता जताती रही है. जनपद में शुद्ध पेयजल की भारी किल्लत है. कई ऐसे इलाके हैं जहां पर फ्लोराइड युक्त पानी की उपलब्धता और भी भयानक परिणाम लाती है. अब ऐसे सभी इलाकों में वरीयता के आधार पर 'पाइप पेयजल स्कीम' के जरिए शुद्ध पेयजल मुहैया कराए जाने की तैयारी है. यूपी जल निगम जिले के सुदूर क्षेत्रों में भी 'हर घर नल' की कार्ययोजना पर काम करता दिख रहा है. आने वाले दिनों में पानी की किल्लत से जूझ रहे इलाकों की सूरत बदलने के दावे भी यूपी जल निगम करता नजर आता है.
गांवों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में पहले से काम करने का दावा करते हुए रायबरेली के जल निगम के एक्सईएन सनी सिंह परमार कहते है कि एनआरडीडब्लूपी के तहत 105 स्कीमों के तहत शुद्ध पाइप पेयजल योजना पर काम चल रहा था. अब सरकार की मंशा के अनुरूप 'जल जीवन मिशन' को भी लागू किया जा रहा है. योजना के तहत 100 फीसदी घरों तक नल के जरिए शुद्ध पेयजल देने की कार्ययोजना है. 'हर घर नल' योजना के तहत सरकार द्वारा 20 फीसदी धन आवंटन भी किया जा चुका है. खास बात यह है कि इसमें कनेक्शन नि:शुल्क देने के बाद सिर्फ 50 रुपए के चार्ज मेंटेनेन्स के रुप में वसूले जाएंगे. इसके अलावा ग्राम पंचायतों की खुली बैठक में इस बात पर निर्णय होगा कि जिस गांव में 80 फीसदी से ज्यादा ग्रामीण राजी होंगे वहां इसकी पहले शुरुआत की जाएगी. जनपद के उन हिस्सों में जहां फ्लोराइड का इम्पैक्ट ज्यादा है और वहां के लोगों के लिए भी 'जल जीवन मिशन' के 'हर घर नल' के जरिए ही वरीयता के आधार पर पेयजल मुहैया कराया जाएगा.