रायबरेली: जिले में फाइलेरिया को लेकर स्वास्थ विभाग ने कमर कस ली है. 25 नवंबर से पूरे जनपद में फाइलेरिया के विरुद्ध अभियान छेड़ा जा रहा है. इस क्रम में स्वास्थ्य विभाग के कर्मी घर-घर जाकर लोगों को दवाएं उपलब्ध कराएंगे. इस दौरान कुछ विशेष वर्ग के लोगों के दवाओं से वंचित रहने की बात कही गई है, जिनमें गर्भवती महिलाएं और दो वर्ष के कम आयु के बच्चों के अलावा गंभीर रोगों से जूझ रहे रोगी शामिल है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. शरद वर्मा ने बताया कि सभी को उनकी आयु वर्ग के अनुसार डीईसी और एलवेंडरजोल नामक दवा का सेवन कराया जाएगा. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि जिले में कुल जनसंख्या करीब 35 लाख के आसपास है. इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के मकसद से 3,911 स्वास्थ विभाग के टीम मेंबर के अलावा 7,82 पर्यवेक्षक की भी तैनाती की गई है.
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इस कार्यक्रम को दो चरणों में पूरे किए जाने का लक्ष्य है. 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक पहला चरण होगा. वहीं दूसरे चरण में 16 दिसंबर से 24 दिसंबर को पूर्ण करने की तैयारी है. इस दौरान जनपद के प्रत्येक ब्लॉक और विकास खंड में स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा सतत कार्यक्रम के जरिए निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने का प्रयास किया जाएगा.
-डॉ. शरद वर्मा, सीएमओ