रायबरेली: घरेलू हिंसा व महिला उत्पीड़न के मामलों को सुलझाने के लिए गुरुवार को रायबरेली के लोक निर्माण विभाग में उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति पहुंची. जहां उनके सामने 7 शिकायतें आई. उसमें से 3 शिकायतें जमीन संबंधी और अन्य शिकायतें घरेलू हिंसा व महिला उत्पीड़न की थी. मामले को संज्ञान में लेते हुए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द निस्तारित करने का निर्देश दिया. अंजू प्रजापति ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि 2017 के बाद से घरेलू हिंसा व महिला उत्पीड़न के मामलों में काफी कमी आई है.
दरअसल, महिलाओं से संबंधित मामलों के समाधान के लिए केंद्र स्तर व राज्य महिला आयोग बनाया गया है. जो समय-समय पर इनकी समस्याओं को सुनने व उनके निस्तारण के लिए कार्य करता है. जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण इनकी मदद करता है. आज इसी को लेकर राज्य महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति शहर स्थित लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस पहुंची. जहां पर जिला जज व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में अंजू ने 7 शिकायतों को सुना. इसमें से 3 शिकायत जमीन पर जबरिया कब्जा की व 4 शिकायतें घरेलू हिंसा व महिला उत्पीड़न की थी.
अंजू प्रजापति ने सभी शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए. इस दौरन उन्होंने मीडिया से बात करते हुए दावा किया कि 2017 के बाद से महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों में कमी आई है, लेकिन शेल्टर हाउस से लड़कियों के निकल भागने के मामले पर उन्होंने कहा कि जिन शेल्टर होम का भ्रमण उन्होंने किया है. वहां ऐसा कोई भी मामला सामने नहीं आया. जब उनसे रायबरेली के गांधी आश्रम से लड़कियों के जाने की बात पूछी गई तो उन्होंने मामले की जानकारी न होने की बात कही.
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