रायबरेली: प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. रायबरेली में सरकारी अधिकारियों पर ग्राम सभा की जमीन पर अवैध कब्जा करवाने का आरोप लगा है.
मामला बछरांवा विकासखंड के हंसवा गांव का है. यहां पर आबादी की जमीन पर गांव के दबंगों ने अवैध कब्जा कर लिया. आरोप है कि लेखपाल ने इस काम में दबंगों की मदद की. कहा जा रहा है कि जब पीड़ित ने लेखपाल से इसकी शिकायत की तो उसने कार्रवाई करने के लिए रिश्वत मांगी. पीड़ित ने इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से की है. कहा जा रहा है कि दबंग पुरानी सड़कों पर भी अवैध कब्जा कर रहे हैं.
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हंसवा गांव की रहने वाली रामावती पत्नी लोकनाथ त्रिवेदी ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजा है. इसमें हंसवा गांव की जमीन गाटा संख्या 281 बंजर, 282 व 284 आबादी सहित 283 खाद के गड्ढे के लिए सुरक्षित है. साथ ही इसी भूमि में होलिका दहन की भूमि भी सरकारी अभिलेखों में दिखायी गयी है. इन गाटा संख्या की जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर पीड़ित महिला व उसके परिजनों ने एसडीएम से लेकर डीएम के दफ्तरों के चक्कर काटे. जब संबंधित अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की तो रामावती ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेज दिया.
रामावती के बेटे राहुल त्रिवेदी ने कहा कि इस भूमि की लगभग पांच बिस्वा जमीन पर पिछले 30 वर्षों से उनके परिवार का कब्जा था. गांव के राकेश कुमार व उसके परिजनों ने लेखपाल से सांठ-गांठ कर आबादी की जमीन पर कब्जा कर लिया. लेखपाल ने दस हजार रुपये रिश्वत मांगी थी. उसने जान से मारने की धमकी भी दी थी.
हंसवा गांव के लेखपाल के पास ही पडीरा कला गांव का भी चार्ज है. इस गांव में एक आबादी से गुजरती हुई पुरानी सड़क पर दबंग अवैध तरीके से कब्जा कर रहे हैं. दबंगों ने पुरानी सड़क के दोनों ओर दीवार खड़ी कर दी. जबकि इसी सड़क से ग्रामीणों के ट्रैक्टर-ट्राली व अन्य वाहन गुजरते हैं. साथ ही इसी सड़क से गांव के बच्चे प्राथमिक विद्यालय व किसान अपने खेतों में जाते हैं. ग्रामीण सड़क पर किए गए अतिक्रमण को हटाने की मांग कर रहे हैं. इस मामले को लेकर जब ईटीवी भारत की टीम ने लेखपाल संदीप से बात की तो उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताया. उन्होंने कहा कि वो इस मामले की तफ्तीश करेंगे.