रायबरेली: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के कार्यकर्ता बुधवार को रायबरेली एसपी कार्यालय पहुंचे. इस दौरान दबंगों द्वारा पार्टी कार्यकर्ता को धमकाने का आरोप लगाते हुए भाकपा के तहसील प्रभारी ने गुरबक्सगंज थाना प्रभारी द्वारा पूरे मसले में दबंगों को वरदहस्त देने की बात कही. कार्यकर्ताओं ने गुरबक्सगंज थाना प्रभारी के मनमाने रवैये पर और पुलिस की संदिग्ध कार्यप्रणाली पर निशाना साधते हुए तत्काल उन्हें हटाकर मामले में कार्रवाई की मांग की.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के सतांव प्रभारी उदयभान चौधरी ने बताया कि पार्टी के कार्यकर्ता दिनेश पासी के साथ बीते 29 सितंबर को उनके गांव के ही मोनू बाजपेयी समेत कुछ अन्य दबंगों ने उन्हें जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली-गलौच की थी. साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी थी. घटना के बाद से पीड़ित द्वारा लगातार थाने में तहरीर देकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जा रही थी, लेकिन स्थानीय थाना प्रभारी द्वारा पूरे मामले की लीपापोती की जा रही है. इस पूरे मामले में सत्तारूढ़ दल भाजपा के कुछ नेताओं का दबाव भी दबंगों के पक्ष में है. इसीलिए सभी साक्ष्य होने के बावजूद दबंगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
मामले को लेकर भाकपा सतांव प्रभारी उदयभान चौधरी ने बताया कि गुरबक्सगंज पुलिस की लापरवाही किसी बड़े घटनाक्रम का कारण बन सकती है. यही कारण है कि विभाग के आला अधिकारियों को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. तत्काल निष्पक्षता से पूरे मामले की जांच की जाए और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए. साथ ही गुरबक्सगंज थाना प्रभारी को पद से हटाया जाए. वहीं गुरबक्सगंज एसओ का कहना है कि मामले में एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हो गया है. सीओ लालगंज द्वारा जांच की जाएगी.