रायबरेली: बिहार सरकार के जातीय जनगणना के आंकड़े जारी किए जाने के बाद उत्तर प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है. एनडीए में शामिल दल भी अब इसके पक्ष में जुट गए हैं. सोमवार को जंहा प्रधानमंत्री मोदी ने इसे जात-पात की राजनीति बताया. वहीं, एनडीए सरकार की लंबे समय से सहयोगी दल अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने इसके पक्ष में होने की बात कही है. जिसके बाद तरह-तरह के मायने निकाले जाने लगे हैं.
दरअसल सोमवार को बिहार सरकार द्वारा जातीय जनगणना के आंकड़े जारी करने के बाद से ही राजनीतिक दलों के नेताओ के बयान इस पर आने शुरू हो गए हैं. जंहा पीएम मोदी ने इसे राजनीतिक दलों द्वारा जात-पात की राजनीति करने वाला बताया. वहीं, रायबरेली में एक निजी विद्यालय में कार्यकर्ता सम्मेलन में देर शाम केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल पहुंची थी. यहां सबसे पहले केंद्रीय मंत्री ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यर्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की.
मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अपना दल हमेशा से जातीय जनगणना के पक्ष में रहा है. अपना दल द्वारा लगातार इसके पक्ष में होने की बात कहकर उन्होंने राजनीति गलियारे में सनसनी मचा दी है. अनुप्रिया पटेल ने पिछड़ा वर्ग आयोग के गठन की भी मांग की. उनके द्वारा दिए गए इस बयान के बाद राजनीतिक पारा चढ़ गया है.
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