रायबरेली: सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भले ही पुलिस विभाग को पटरी पर लाने की लाख कोशिश कर रहे हों, लेकिन पुलिस उनके दावों में पलीता लगाने में कोई कोर कसर नही छोड़ रही है. थाने पर पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पा रहा है, जिसके चलते उन्हें पुलिस अधीक्षक कार्यालय या जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरना देने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला गुरुवार को डीएम कार्यालय पर देखने को मिला, जहां एक पीड़ित परिवार धरना दे रहा है.
मामला ऊंचाहार थाना क्षेत्र के भावी गांव का है. यहां रहने वाले महाबली को उसके ही परिवार के लोग पैतृक जमीन को लेकर लगातार जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. यही नहीं, उन्होंने पीड़ित परिवार के साथ मारपीट कर उन्हें गांव से भी भगा दिया. बीते 15 दिनों से पीड़ित परिवार डलमऊ थाना क्षेत्र के पूरे नंदिन का पुरवा में अपने रिश्तेदार के घर पर रहने को मजबूर था. उसके बाद भी पीड़ित परिवार को लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रही है.
गुरुवार को पीड़ित परिवार के करीबन 9 लोग, जिसमें 4 महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरना देने पहुंच गए. पीड़ित महाबली का कहना है कि अगर उनको यहां से भी न्याय नहीं मिलेगा तो वो सभी डीएम कार्यालय के बाहर जान दे देंगे.
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