रायबरेली: यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 7 फरवरी से शुरू हो रही है. जिला प्रशासन ने शुक्रवार को विशेष बैठक बुलाकर बोर्ड परीक्षा की तैयारियों का जायजा लिया. जिले के 19 परीक्षा केंद्रों को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है. इनमें स्ट्रैटेजिक मजिस्ट्रेट की निगरानी में ही परीक्षा सम्पन्न कराई जाएंगी. डीआईओएस का दावा है कि शासन के निर्देश पर सभी केंद्रों पर कैमरे के अलावा वॉइस रिकॉर्डर भी लगाएं गए है.
जिला विद्यालय निरीक्षक चंद्रशेखर मालवीय ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि जनपद में कुल 114 केंद्र निर्धारित किए गए है जिनमें सरकार की प्रतिबद्धता के अनुसार सभी परीक्षा कक्षों में वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ वॉइस रिकॉर्डर की व्यवस्था को सुनिश्चित किया गया है. उन्होंने बताया कि जनपद में उत्तर पुस्तिकाएं आ चुकी है.इसके साथ ही गोपनीय प्रश्नपत्र भी पहुंच गए है.सेंटर सुपरिंटेंडेंट के साथ कक्ष निरीक्षक की भी तैनाती की जा चुकी है.
नकल विहीन परीक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए चंद्रेशेखर मालवीय कहते है कि सभी जोनल मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक व कक्ष निरीक्षकों के सहयोग से लक्ष्य की प्राप्ति की जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी केंद्रों का मौके पर जाकर मैनें खुद निरीक्षण किया है. 19 केंद्रों को संवेदनशील करार देने पर मालवीय ने कहां कि दूरस्थ व एकांत में होने के कारण इन केंद्रों को इस कैटेगरी में रखा गया है व अन्य कोई विकल्प न होने के कारण ही विभाग द्वारा यह निर्णय लिया गया है.
जिला विद्यालय निरीक्षक ने प्रदेश में अन्य जनपदों की अपेक्षा रायबरेली में बेहद सधे हुए तरीके से नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराने का दावा किया है. बोर्ड परीक्षा को शासन की मंशा के अनुरूप नकलविहीन तरीक़े से सम्पन्न करना जिले के शिक्षा विभाग के साथ ही पूरे प्रशासनिक अमले के लिए चैलेंजिंग टास्क है.