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रायबरेली में बढ़ा प्रदूषण का कहर, मानक लेवल 250 माइक्रोग्राम के पार

यूपी के रायबरेली में दिवाली के बाद से ही शहर में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है. दिवाली से पहले वायु प्रदूषण का मानक लेवल पार्टिकुलेट मैटर(पीएम)10 का औसत स्तर 160 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर था, जिसमें इन दिनों काफी इजाफा हुआ है.

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दिवाली के बाद से बढ़ा प्रदूषण.
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Published : Dec 12, 2019, 8:10 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST

रायबरेली: दिवाली के बाद से ही शहर का वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बरकरार है. प्रदूषण के बढ़े हुए स्तर को लेकर दिल्ली से लखनऊ तक बयानबाजी होती रही, लेकिन इसे कम करने के लिए कोई विशेष प्रयास नहीं किया गया. हालांकि सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी ने आदेश भी जारी किए पर प्रदूषण की स्थित जस की तस बरकरार है. यही कारण है कि रायबरेली में भी प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है.

दिवाली के बाद से बढ़ा प्रदूषण.
250 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक बढ़ा प्रदूषणउत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी और रायबरेली प्रभारी अनिल कुमार चौधरी ने बताया कि दीवाली के बाद से रायबरेली का प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बरकरार है, जहां दीवाली से पहले पीएम 10 का औसत स्तर 160 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर है. वहीं उसके बाद से इसमें 250 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक की औसत बढ़ोतरी देखी गई है.जागरुकता के अभाव में जल रही परालीक्षेत्राधिकारी ने बताया कि ठंड बढ़ने के साथ वातावरण में भारी मात्रा में पार्टिकुलेट मैटर देखा जा रहा हैं. साथ ही इसके स्तर में और बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. पीएम 10 का लेवल 275 के आंकड़े पार कर चुका है. इसी बीच जागरुकता के अभाव के कारण लोगों द्वारा कूड़ा व खेतों में पराली जलाई जा रही है. उसी का नतीजा है कि पीएम 10 का लेवल खतरनाक स्तर पर बरकरार है.

इसे भी पढ़ें:- रायबरेली:15 दिन के अंदर पशुओं को मिलेगा 'अपना आधार', टैगिंग से लैस होंगे जनपद के सभी गोवंश

प्रदूषण बढ़ने के अन्य कारण
इसके पीछे के अन्य कारणों के बारे में बताते हुए प्रदूषण नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी दावा करते हैं कि विभिन्न सड़कों के निर्माण में कड़ाके के ठंड से ठीक पहले बेहद तेजी देखी जाती है. उसका नतीजा रहता है कि अवैध तरीके के हॉट मिक्स प्लांट में वातावरण के लिए बेहद घातक तेल को जलाकर काम में लाया जाता है. यही सब कारण है कि पीएम 10 का लेवल कम होने का नाम नहीं ले रहा है.

रायबरेली: दिवाली के बाद से ही शहर का वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बरकरार है. प्रदूषण के बढ़े हुए स्तर को लेकर दिल्ली से लखनऊ तक बयानबाजी होती रही, लेकिन इसे कम करने के लिए कोई विशेष प्रयास नहीं किया गया. हालांकि सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी ने आदेश भी जारी किए पर प्रदूषण की स्थित जस की तस बरकरार है. यही कारण है कि रायबरेली में भी प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है.

दिवाली के बाद से बढ़ा प्रदूषण.
250 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक बढ़ा प्रदूषणउत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी और रायबरेली प्रभारी अनिल कुमार चौधरी ने बताया कि दीवाली के बाद से रायबरेली का प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बरकरार है, जहां दीवाली से पहले पीएम 10 का औसत स्तर 160 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर है. वहीं उसके बाद से इसमें 250 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक की औसत बढ़ोतरी देखी गई है.जागरुकता के अभाव में जल रही परालीक्षेत्राधिकारी ने बताया कि ठंड बढ़ने के साथ वातावरण में भारी मात्रा में पार्टिकुलेट मैटर देखा जा रहा हैं. साथ ही इसके स्तर में और बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. पीएम 10 का लेवल 275 के आंकड़े पार कर चुका है. इसी बीच जागरुकता के अभाव के कारण लोगों द्वारा कूड़ा व खेतों में पराली जलाई जा रही है. उसी का नतीजा है कि पीएम 10 का लेवल खतरनाक स्तर पर बरकरार है.

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प्रदूषण बढ़ने के अन्य कारण
इसके पीछे के अन्य कारणों के बारे में बताते हुए प्रदूषण नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी दावा करते हैं कि विभिन्न सड़कों के निर्माण में कड़ाके के ठंड से ठीक पहले बेहद तेजी देखी जाती है. उसका नतीजा रहता है कि अवैध तरीके के हॉट मिक्स प्लांट में वातावरण के लिए बेहद घातक तेल को जलाकर काम में लाया जाता है. यही सब कारण है कि पीएम 10 का लेवल कम होने का नाम नहीं ले रहा है.

Intro:रायबरेली:बरकरार है खतरनाक स्तर पर शहर का पीएम 10, घटने का नाम नहीं ले रहा है बढ़ा हुआ प्रदूषण

11 दिसंबर 2019 - रायबरेली

दिवाली से ही शहर का वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बरकरार है।प्रदूषण के बढ़े हुए स्तर को लेकर दिल्ली से लखनऊ तक बयानबाज़ी होती रही पर इसे कम करने के लिए कोई विशेष प्रयास नही हुए।हालांकि सुप्रीम कोर्ट व एनजीटी ने आदेश भी जारी किए पर प्रदूषण की स्थित जस की तस बरकरार है।यही कारण है कि खतरनाक स्तर पर पहुंचे प्रदूषण को कम करने के लिए अब चमत्कार की ही आस कहीं जा सकती हैं।













Body:उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी व रायबरेली प्रभारी अनिल कुमार चौधरी ने बताया कि दीवाली के बाद से रायबरेली का प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बरकरार है।जहां दीवाली से पहले पीएम 10 का औसत स्तर 160 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर है वही उसके बाद से इसमें 250 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर तक की औसत बढ़ोत्तरी देखी गई है।

चौधरी कहते हैं कि ठंड बढ़ने के साथ वातावरण में भारी मात्रा में पार्टिकुलेट मैटर देखा जा रहा हैं साथ ही इसके स्तर में और बढ़ोत्तरी देखी जा रही है और पीएम 10 का लेवल 275 के आंकड़े पार कर चुका है।इसी बीच जागरुकता के अभाव के कारण लोगों द्वारा कूड़ा व खेतों में पराली जलाई जा रही है उसी का नतीजा है पीएम 10 का लेवल खतरनाक स्तर पर बरकरार है।

इसके पीछे के अन्य कारणों के बारे में बताते हुए प्रदूषण नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी दावा करते है कि विभिन्न सड़कों के निर्माण में कड़ाके के ठंड से ठीक पहले बेहद तेजी देखी जाती है।उसका नतीजा रहता है कि अवैध तरीके के हॉट मिक्स प्लांट में वातावरण के लिए बेहद घातक तेल को जलाकर काम मे लाया जाता है।यही सब कारण है कि पीएम 10 का लेवल कम होने का नाम नही ले रहा है।




Conclusion:दिनांक पीएम10 मानक
(माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर) (माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर)

04.11 372 100
06.11 254 100
07.11 245 100
08.11 231 100
09.11 199
11.11 219
12.11 226
13.11 243
14.11 265
15.11 251
16.11 262
18.11 255
19.11 254
20.11 261
21.11 255
22.11 268
23.11 270
25.11 254
26.11 274
27.11 270
29.11 260
30.11 275
02.12 268

(मानक - 100 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर)




विजुअल:संबंधित विजुअल,

बाइट:अनिल कुमार चौधरी - प्रभारी अधिकारी - उप्र प्रदूषण नियंत्रण विभाग रायबरेली

प्रणव कुमार 7000 24034





बाइट : चौधरी - क्षेत्रीय अधिकारी - उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

प्रणव कुमार - 7000024034
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST
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