रायबरेली: कोरोना से बचाव के लिए अभियान चलाकर गंदगी हटाने के दावे शासन से लेकर स्थानीय प्रशासन तक करते रहे हैं. नगर पालिका परिषद भी सैनिटाइजेशन को चरणबद्ध तरीके से अंजाम देने का दावा कर रहा है. इन तमाम दावों के विपरीत शहर के मध्य बसे इंदिरा नगर की बजबजाती नाली व बेहिसाब गंदगी के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है. स्थानीयों का आरोप है कि जनप्रतिनिधियों से लेकर आलाधिकारियों तक हर किसी के चौखट पर गुहार लगाई गई, लेकिन सुनवाई कहीं नहीं हुई.
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65 वर्षीय मेहरुनिशां कहती हैं कि पूरी बस्ती में पेयजल समेत नाली की समस्या है. बस्ती में कुछ भी सही नहीं है. जल निकासी की सुविधा न होने के कारण घरों के सामने ही पानी का भराव बना रहता है. कई बार लोगों ने शिकायतें की पर सुनवाई नहीं होती, ऐसे में यहां पर कोरोना से बड़ी समस्या गंदगी ही है.
अब्दुल कहते हैं कि पूरा इलाका वार्ड नंबर 27 में आता है. सभी लोग इसी रास्ते से गुजरते हैं और यहां की समस्या से सभी अवगत हैं, लेकिन ठोस उपाय कोई नहीं निकाल रहा है. सांसद व विधायक समेत जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप पर कहते हैं कि इस विषय पर किसी ने कुछ करने का मन ही नहीं बनाया.