प्रयागराज: विस्थापन वन अनुसंधान केंद्र प्रयागराज द्वारा 38 दिवसीय 'बांस प्रवर्धन प्रबंधन' विषय पर युवाओं को एक विशेष प्रशिक्षण दिया गया. इसमें उन्हें बांस से बनाए जाने वाले हैंडीक्राफ्ट्स के बारे में बताया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान त्रिपुरा से प्रशिक्षकों को बुलाया गया.
त्रिपुरा से आए इन प्रशिक्षकों ने बांस का प्रयोग कर भाग लेने वाले युवाओं को दैनिक जीवन में प्रयोग होने वाली चीजों के निर्माण के बारे में बताया. इसके साथ ही हस्तकला और साज सज्जा की चीजें कैसे बनती हैं यह भी बताया गया.
पढ़ें: पूर्व सांसद रमाकांत यादव ने कोरोना को बताया छलावा, कहा-मोदी सरकार फैला रही झूठ
इस 38 दिवसीय प्रशिक्षण का समापन शुक्रवार की शाम हुआ. देश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के चलते प्रशिक्षण में शामिल प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट देकर उन्हें वापस अपने गंतव्य की ओर भेज दिया गया.
समापन सत्र पर संस्थान के केंद्र प्रमुख डॉ. संजय सिंह ने बांस प्रवर्धन और प्रबंधन के लिए पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए हरित कौशल विकास कार्यक्रम की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से युवाओं को रोजगार तो मिलेगा ही, साथ ही साथ पर्यावरण के खतरों से भी निपटने में मदद मिलेगी.