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सड़क पर हुए प्रसव को लेकर ग्रामीणों का हंगामा, नहीं हुई कार्रवाई

प्रयागराज में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते गर्भवती ने सड़क पर बच्चे को जन्म दिया. घटना की जानकारी पर गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क पर हंगामा किया. इसके बावजूद प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई.

सड़क पर हुए प्रसव को लेकर ग्रामीणों हंगामा.
सड़क पर हुए प्रसव को लेकर ग्रामीणों हंगामा.
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Published : May 23, 2021, 10:27 AM IST

Updated : May 23, 2021, 10:49 AM IST

प्रयागराज: योगी सरकार भले ही स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर लाख दावे करे, लेकिन सरकार के दावे जमीनी हकीकत से कोसों दूर ही नजर आ रहे हैं. सरकार ने अस्पतालों में प्रसव को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2005 में जननी सुरक्षा योजना चलाई है. जिसके तहत सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराने वाली ग्रामीण महिलाओं को 1400 रूपये और शहरी क्षेत्र की महिलाओं को 1000 रूपये दिए जाते हैं. एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को अस्पतालों में प्रसव कराने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है. ताकि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ्य रहें, लेकिन सरकार की योजनाओं को अधिकारी-कर्मचारी पलीता लगाते नजर आ रहे हैं.

जानकारी देती एएनएम अनीता चौधरी.

ऐसा ही एक बेहद शर्मनाक मामला संगम नगरी के बहरिया इलाके में देखने को मिला. जहां अहिराई बकसेड़ा एएनएम सेंटर की लापरवाही से ईंट भट्टे पर काम करने वाली एक गरीब महिला पुष्पा गौतम को सड़क पर बच्चे को जन्म देना पड़ा. सड़क पर महिला का प्रसव कराये जाने का मौके पर मौजूद किसी महिला ने वीडियो बना लिया है और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने हंगामा किया और एएनएम सेंटर पर तैनात एएनएम अनीता चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए.

ग्रामीणों ने बताया कि मामला 15 अप्रैल का है. इसी दिन प्रयागराज में पंचायत चुनावों में पहले चरण के वोट डाले जा रहे थे. इस दौरान प्रसव पीड़ा से तड़पती गर्भवती महिला जब एएनएम सेंटर पहुंची तो उसे वहां से भगा दिया गया और एएनएम अनीता चौधरी वहां से कहीं चली गई. जिसके बाद वोट डालने जा रही महिलाओं ने एएनएम सेंटर से 20 मीटर की दूरी पर ही चादर का घेरा बनाकर महिला का सड़क किनारे प्रसव कराया. प्रसव के बाद महिला और बच्चा दोनों स्वस्थ्य रहे. जिसके बाद लोगों ने उसे घर भेज दिया.

ग्रामीणों का आरोप है कि एएनएम द्वारा महिला से पैसों की मांग की गई और पैसा न मिलने के चलते उसे वहां से भगा दिया गया. तमाम सरकारी सुविधाओं के बावजूद एक गरीब महिला का सड़क पर प्रसव कराया जाना बेहद शर्मनाक है. ग्रामीणों का आरोप है कि एनएनएम सेंटर पर तैनात एएनएम अनीता चौधरी पिछले 7 सालों से तैनात है और हर डिलिवरी के लिए पैसों की मांग करती है. ग्रामीण ने अब एएनएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं एएनएम अनीता चौधरी अपने उपर लगाये जा रहे आरोपों को गलत बता रही है. अनीता चौधरी का कहना है कि उनपर लगे सारे आरोप बेबुनियाद है उन्हें इस मामले में फंसाया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें- अयोध्या में एक ही परिवार के 5 लोग की हत्या से सनसनी

प्रयागराज: योगी सरकार भले ही स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर लाख दावे करे, लेकिन सरकार के दावे जमीनी हकीकत से कोसों दूर ही नजर आ रहे हैं. सरकार ने अस्पतालों में प्रसव को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2005 में जननी सुरक्षा योजना चलाई है. जिसके तहत सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराने वाली ग्रामीण महिलाओं को 1400 रूपये और शहरी क्षेत्र की महिलाओं को 1000 रूपये दिए जाते हैं. एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को अस्पतालों में प्रसव कराने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है. ताकि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ्य रहें, लेकिन सरकार की योजनाओं को अधिकारी-कर्मचारी पलीता लगाते नजर आ रहे हैं.

जानकारी देती एएनएम अनीता चौधरी.

ऐसा ही एक बेहद शर्मनाक मामला संगम नगरी के बहरिया इलाके में देखने को मिला. जहां अहिराई बकसेड़ा एएनएम सेंटर की लापरवाही से ईंट भट्टे पर काम करने वाली एक गरीब महिला पुष्पा गौतम को सड़क पर बच्चे को जन्म देना पड़ा. सड़क पर महिला का प्रसव कराये जाने का मौके पर मौजूद किसी महिला ने वीडियो बना लिया है और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने हंगामा किया और एएनएम सेंटर पर तैनात एएनएम अनीता चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए.

ग्रामीणों ने बताया कि मामला 15 अप्रैल का है. इसी दिन प्रयागराज में पंचायत चुनावों में पहले चरण के वोट डाले जा रहे थे. इस दौरान प्रसव पीड़ा से तड़पती गर्भवती महिला जब एएनएम सेंटर पहुंची तो उसे वहां से भगा दिया गया और एएनएम अनीता चौधरी वहां से कहीं चली गई. जिसके बाद वोट डालने जा रही महिलाओं ने एएनएम सेंटर से 20 मीटर की दूरी पर ही चादर का घेरा बनाकर महिला का सड़क किनारे प्रसव कराया. प्रसव के बाद महिला और बच्चा दोनों स्वस्थ्य रहे. जिसके बाद लोगों ने उसे घर भेज दिया.

ग्रामीणों का आरोप है कि एएनएम द्वारा महिला से पैसों की मांग की गई और पैसा न मिलने के चलते उसे वहां से भगा दिया गया. तमाम सरकारी सुविधाओं के बावजूद एक गरीब महिला का सड़क पर प्रसव कराया जाना बेहद शर्मनाक है. ग्रामीणों का आरोप है कि एनएनएम सेंटर पर तैनात एएनएम अनीता चौधरी पिछले 7 सालों से तैनात है और हर डिलिवरी के लिए पैसों की मांग करती है. ग्रामीण ने अब एएनएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं एएनएम अनीता चौधरी अपने उपर लगाये जा रहे आरोपों को गलत बता रही है. अनीता चौधरी का कहना है कि उनपर लगे सारे आरोप बेबुनियाद है उन्हें इस मामले में फंसाया जा रहा है.

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Last Updated : May 23, 2021, 10:49 AM IST
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