प्रयागराज: कोरोना महामारी के चलते पूरे विश्व में हाहाकार मचा हुआ है. कोरोना संक्रमण में भारत तीसरे स्थान पर पहुंच गया है. लगातार कोरोना संक्रमण के फैलने की वजह से नियमों के अनुसार सभी विभागों और जेलों में व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं. नैनी सेंट्रल जेल में कोविड-19 के चलते वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय के निर्देशन में व्यापक इंतजाम किए गए हैं. जेल में बंद कैदियों से परिजनों से मुलाकात बंद होने की वजह से अब वीडियो कॉल और फोन कॉल की सुविधा की गई है. इसके साथ ही पैक सामग्री भिजवा सकेंगे. कोरोना संक्रमण के चलते अगले आदेश तक मुलाकात को पूरी तरह से बंद किया गया है.
हर दूसरे दिन जेल परिसर को किया जा रहा सैनिटाइज
वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए केंद्रीय नैनी जेल में हर दूसरे दिन जेल परिसर और बैरकों को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जा रहा है. जेल परिसर में किसी भी तरह से गंदगी न हो इसके लिए सफाईकर्मियों द्वारा नियमित साफ-सफाई कराई जा रही है. इसके साथ ही बंदियों को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जागरूक किया जाता है.
बंदी वीडियो कॉल से कर सकेंगे घर वालों से बात
केंद्रीय नैनी सेंट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए जेल परिसर में परिजनों से मुलाक़ात की सुविधा बंद कर दी है. ऐसे में बंदी अपने परिजनों से बात कर सकें, इसके लिए सप्ताह में दो बार वीडियो कॉल के माध्यम से पांच मिनट तक बात कराने की सुविधा दी गई है. परिजनों के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर में गूगल डीओ ऐप के माध्यम से बात कराने की सुविधा की गई है. इसके लिए जेल प्रशासन ने खासा इंतजाम किया है.
सामान भेज सकते हैं परिजन
वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि कोविड-19 के चलते बंदियों से मुलाकात अग्रिम आदेश तक प्रतिबंधित है. ऐसे में बंदी के परिजन पहचान पत्र की फोटोकॉपी के साथ पैक्ड सामग्री भेज सकते हैं. बंदी के परिजन पहचान पत्र के साथ बंदी का नाम, पिता का नाम, चक्र नंबर और बैरक नंबर लिखकर जेल प्रशासन द्वारा दी सुविधा के अनुसार सामग्री भेज सकेंगे. भेजने वाले सामग्री में बिस्कुट, नमकीन, गुड़, चीनी, कपड़े, टूथपेस्ट, टुथब्रश, तेल सीमित मात्रा में, सैनिटाइजर और साबुन भेज सकेंगे.