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धर्मान्तरण और लव जिहाद रोकने के लिए राम मंदिर जैसा आंदोलन करेगा विहिप - Movement to stop conversion in Prayagraj

उत्तर प्रदेश में दिनों-दिन धर्मान्तरण के मामले बढ़ते जा रहे है. ऐसे में प्रयागराज में विश्व हिंदू परिषद ने ऐलान किया है कि अब लव जिहाद और धर्मान्तरण को रोकने के लिए राम मंदिर की तरह आंदोलन चलाया जाएगा.

धर्मान्तरण
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Published : Jan 25, 2023, 9:08 PM IST

जानकारी देते हुए महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव महंत यमुनापुरी महाराज

प्रयागराज: संगम नगरी में संत सम्मेलन से हुंकार भरी गयी है कि लव जिहाद और धर्मान्तरण को रोकने के लिए राम मंदिर की तरह आंदोलन चलाया जाएगा. जिसके तहत साधु संत गांव-गांव में जाकर लोगों को जागरूक करेंगे. माघ मेला में विश्व हिंदू परिषद के शिविर में बुधवार को संत सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस बैठक में शामिल हुए विहिप से जुड़े साधु संतों ने धर्मान्तरण और लव जिहाद को रोकने के साथ ही हिंदुओं के घर वापसी को लेकर चर्चा की गई. इसके साथ ही संत सम्मेलन में देश के कई ज्वलंत मुद्दों पर भी साधु संतों ने विस्तार से चर्चा की.

विहिप के शिविर में आयोजित संत सम्मेलन में लव जिहाद और धर्मान्तरण को रोकने के साथ ही हिंदू धर्म और संस्कृति की रक्षा के साथ उसके संरक्षण और संवर्धन से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की गई. संत सम्मेलन में संतों ने वैदिक सनातन मूल्य ग्रामीण वनवासी क्षेत्रों में संतों के प्रवास की योजना बनायी गई. हिंदुओं की घर वापसी, राष्ट्रीय जनसंख्या नीति, समान नागरिक संहिता, धर्मांतरण और लव जिहाद जैसी ज्वलंत समस्याओं से मुक्ति के लिए साधु संतों ने विचार विमर्श किया.

विश्व हिंदू परिषद के शिविर में संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए जगतगुरु रामानुजाचार्य वासुदेवाचार्य ने हिंदुओं से आह्वान किया कि लोग स्वयं लव जिहाद और धर्मान्तरण को रोकने के लिए आगे आएं. सम्मेलन में साधु संतों ने एक स्वर से कहा कि हिंदू समाज के लिए वैश्विक स्तर पर एक समग्र नीति बननी चाहिए. जिसके मार्गदर्शन में सामाजिक और राजनीतिक के साथ ही धार्मिक स्तर पर हिंदू समाज को मजबूत बनाने की नीति बनानी चाहिए. उन्होंने कहा कि हिंदू समाज स्वयं आगे आकर धर्मांतरण का विरोध कर गौ हत्या को बंद करवाने के लिए प्रयास करना चाहिए.

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माघ मेला में विश्व हिंदू परिषद

धर्मान्तरण और लव जिहाद को रोकने के लिए राम मंदिर की तरह चलाया जाएगा अभियान
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संपर्क प्रमुख व प्रवक्ता अशोक तिवारी ने बताया कि संत सम्मेलन में कहा गया है कि धर्मांतरण और लव जिहाद को रोकने के लिए राम मंदिर जैसा आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि साधु संतों ने बैठक में तय किया है कि धर्मांतरण और लव जिहाद को रोकने के लिए साधु संत अलग अलग इलाकों में जाकर प्रवास करेंगे. इस दौरान साधु संत लव जिहाद का शिकार होने से बचने के लिए लोगों को जागरूक करेंगे. साथ ही लालच और भय दिखाकर किए जाने वाले धर्मान्तरण को रोकने के लिए हिंदुओं के विचार को मजबूत बनाने के लिए प्रयास करेंगे. इसके साथ ही किसी कारण से हिन्दू धर्म को छोड़कर दूसरे धर्म को अपनाने वालों की घर वापसी के लिए भी प्रयास करेंगे.

साधु संतों ने किया बागेश्वर धाम वाले बाबा का समर्थन
संत सम्मेलन में बोलते हुए विहिप नेता अशोक तिवारी और दूसरे साधु संतों ने एक स्वर से बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री का समर्थन करने की बात कही. बैठक में मौजूद सभी साधु संतों ने साफ कहा कि हिन्दू धर्म का प्रचार प्रसार करने में जुटे बागेश्वर धाम वाले बाबा को बदनाम और परेशान किया जा रहा है. यही वजह है कि विहिप के साथ ही संत सम्मेलन में जुटे सारे साधु संतों ने उनका समर्थन किया है. संतो ने आरोप लगाया कि दूसरे धर्म से जुड़े लोग बागेश्वर वाले बाबा को बदनाम करके सनातन धर्म के खिलाफ साजिश कर रहे हैं. लेकिन अब वो कामयाब नहीं होंगे, क्योंकि देश का सारा संत समाज धीरेंद्र शास्त्री के साथ है.

हिन्दू समाज को बांटने के लिए सपा नेता ने दिया बयान
संत सम्मेलन में सनातन धर्म और रामायण को लेकर दिए जा रहे नेताओं के बयान पर साधु संतों ने नाराजगी जाहिर की है. बैठक में मौजूद संतों ने एक स्वर से स्वामी प्रसाद मौर्या के बयान की निंदा की. वहीं, महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव महंत यमुनापुरी महाराज ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या जैसे अज्ञानी नेताओं के बयान से एक तरफ जहां हिन्दू धर्म का अपमान हुआ है. दूसरी तरफ ये बयान समाज को बांटने वाला है. बिना ज्ञान के रामायण को पढ़कर अपने मन से उसके अर्थ का अनर्थ निकालकर नेता लोग बयानबाजी करके समाज का नुकसान कर रहे हैं. सिर्फ सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए कुछ नेता अर्थ का अनर्थ बनाकर बयान देते हैं. संत सम्मेलन में हिन्दू देवी देवताओं और धर्म ग्रंथों को लेकर अक्सर दिए जाने वाले बयानबाज नेताओं का समाज से त्याग करने की अपील भी की. इसके साथ ही उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्या और उनके जैसे दूसरे नेताओं को चुनौती दी कि उनके अंदर दम है तो वो लोग इस्लाम या उनके धार्मिक ग्रंथ के खिलाफ ऐसी टिप्पड़ी करके दिखाएं.

वसुदेवाचार्य ने देश में सब पर लागू हो एक समान कानून
संत सम्मेलन में अयोध्या से आए हुए रामानुजाचार्य वासुदेवाचार्य ने कहा कि सरकार को देश में सभी लिए एक समान कानून लागू करना चाहिए. हिन्दू धर्म पर हो रहे कुठाराघात को रोकने के लिये समान नागरिक आचार संहिता लागू होना बेहद जरूरी है. रामानुजाचार्य वासुदेवाचार्य ने यह भी कहाकि सरकारों को चाहिए कि देश में एक निशान एक विधान कानून लागू करना चाहिए. जिससे देश और समाज में संतुलन और एकता बनी रहे. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि संत सम्मेलन में तय किया गया है कि ग्रामीण इलाकों में संत प्रवास करेंगे. ग्रामीण इलाकों में जाकर जनजाति आदिवासी और वनवासी क्षेत्रों में साधु संतो को रहकर सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करना है. उस दौरान जो लोग हिन्दू धर्म और संस्कृति की मुख्यधारा से अलग हुए हैं वो किस वजह से सनातन हिंन्दू धर्म से दूर गए हैं. उसका पता लगाकर घर वापसी का प्रयास किया जाएगा. जिससे उन्हें वापस सनातन धर्म में लाने के लिए साधु संतों को प्रयास करना पड़ेगा.

चंपत राय ने कहा हिन्दू समाज के धैर्य की परीक्षा न ली जाए
विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि वर्तमान समय में हिंदू समाज के ऊपर अनेक प्रकार से हमला किया जा रहा है. उन्होंने चेतावनी दी है कि हिंदू समाज के धैर्य की परीक्षा न ली जाए. हिंदू समाज अपने ऊपर हुए हमलों का जवाब देना जानता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि श्री राम जन्म भूमि मुक्ति आंदोलन संतों के मार्ग दर्शन पर हुआ. अब संतो के मार्गदर्शन से ही धर्मान्तरण और लव जिहाद को रोकने के लिए प्रयास शूरू किए जाएंगे. संतों के मार्गदर्शन की वजह से ही हिंदू समाज और हिंदू धर्म संस्कृति की प्रतिष्ठा पूरी दुनिया में बनी हुई है. उन्होंने कहा साल भर तक संत सम्मेलन में मिले मार्गदर्शन और दिशानिर्देश के आधार पर कार्य करने की योजना बनाकर कार्य किया जाएगा.

जानकारी देते हुए महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव महंत यमुनापुरी महाराज

प्रयागराज: संगम नगरी में संत सम्मेलन से हुंकार भरी गयी है कि लव जिहाद और धर्मान्तरण को रोकने के लिए राम मंदिर की तरह आंदोलन चलाया जाएगा. जिसके तहत साधु संत गांव-गांव में जाकर लोगों को जागरूक करेंगे. माघ मेला में विश्व हिंदू परिषद के शिविर में बुधवार को संत सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस बैठक में शामिल हुए विहिप से जुड़े साधु संतों ने धर्मान्तरण और लव जिहाद को रोकने के साथ ही हिंदुओं के घर वापसी को लेकर चर्चा की गई. इसके साथ ही संत सम्मेलन में देश के कई ज्वलंत मुद्दों पर भी साधु संतों ने विस्तार से चर्चा की.

विहिप के शिविर में आयोजित संत सम्मेलन में लव जिहाद और धर्मान्तरण को रोकने के साथ ही हिंदू धर्म और संस्कृति की रक्षा के साथ उसके संरक्षण और संवर्धन से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की गई. संत सम्मेलन में संतों ने वैदिक सनातन मूल्य ग्रामीण वनवासी क्षेत्रों में संतों के प्रवास की योजना बनायी गई. हिंदुओं की घर वापसी, राष्ट्रीय जनसंख्या नीति, समान नागरिक संहिता, धर्मांतरण और लव जिहाद जैसी ज्वलंत समस्याओं से मुक्ति के लिए साधु संतों ने विचार विमर्श किया.

विश्व हिंदू परिषद के शिविर में संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए जगतगुरु रामानुजाचार्य वासुदेवाचार्य ने हिंदुओं से आह्वान किया कि लोग स्वयं लव जिहाद और धर्मान्तरण को रोकने के लिए आगे आएं. सम्मेलन में साधु संतों ने एक स्वर से कहा कि हिंदू समाज के लिए वैश्विक स्तर पर एक समग्र नीति बननी चाहिए. जिसके मार्गदर्शन में सामाजिक और राजनीतिक के साथ ही धार्मिक स्तर पर हिंदू समाज को मजबूत बनाने की नीति बनानी चाहिए. उन्होंने कहा कि हिंदू समाज स्वयं आगे आकर धर्मांतरण का विरोध कर गौ हत्या को बंद करवाने के लिए प्रयास करना चाहिए.

etv bharat
माघ मेला में विश्व हिंदू परिषद

धर्मान्तरण और लव जिहाद को रोकने के लिए राम मंदिर की तरह चलाया जाएगा अभियान
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संपर्क प्रमुख व प्रवक्ता अशोक तिवारी ने बताया कि संत सम्मेलन में कहा गया है कि धर्मांतरण और लव जिहाद को रोकने के लिए राम मंदिर जैसा आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि साधु संतों ने बैठक में तय किया है कि धर्मांतरण और लव जिहाद को रोकने के लिए साधु संत अलग अलग इलाकों में जाकर प्रवास करेंगे. इस दौरान साधु संत लव जिहाद का शिकार होने से बचने के लिए लोगों को जागरूक करेंगे. साथ ही लालच और भय दिखाकर किए जाने वाले धर्मान्तरण को रोकने के लिए हिंदुओं के विचार को मजबूत बनाने के लिए प्रयास करेंगे. इसके साथ ही किसी कारण से हिन्दू धर्म को छोड़कर दूसरे धर्म को अपनाने वालों की घर वापसी के लिए भी प्रयास करेंगे.

साधु संतों ने किया बागेश्वर धाम वाले बाबा का समर्थन
संत सम्मेलन में बोलते हुए विहिप नेता अशोक तिवारी और दूसरे साधु संतों ने एक स्वर से बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री का समर्थन करने की बात कही. बैठक में मौजूद सभी साधु संतों ने साफ कहा कि हिन्दू धर्म का प्रचार प्रसार करने में जुटे बागेश्वर धाम वाले बाबा को बदनाम और परेशान किया जा रहा है. यही वजह है कि विहिप के साथ ही संत सम्मेलन में जुटे सारे साधु संतों ने उनका समर्थन किया है. संतो ने आरोप लगाया कि दूसरे धर्म से जुड़े लोग बागेश्वर वाले बाबा को बदनाम करके सनातन धर्म के खिलाफ साजिश कर रहे हैं. लेकिन अब वो कामयाब नहीं होंगे, क्योंकि देश का सारा संत समाज धीरेंद्र शास्त्री के साथ है.

हिन्दू समाज को बांटने के लिए सपा नेता ने दिया बयान
संत सम्मेलन में सनातन धर्म और रामायण को लेकर दिए जा रहे नेताओं के बयान पर साधु संतों ने नाराजगी जाहिर की है. बैठक में मौजूद संतों ने एक स्वर से स्वामी प्रसाद मौर्या के बयान की निंदा की. वहीं, महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव महंत यमुनापुरी महाराज ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या जैसे अज्ञानी नेताओं के बयान से एक तरफ जहां हिन्दू धर्म का अपमान हुआ है. दूसरी तरफ ये बयान समाज को बांटने वाला है. बिना ज्ञान के रामायण को पढ़कर अपने मन से उसके अर्थ का अनर्थ निकालकर नेता लोग बयानबाजी करके समाज का नुकसान कर रहे हैं. सिर्फ सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए कुछ नेता अर्थ का अनर्थ बनाकर बयान देते हैं. संत सम्मेलन में हिन्दू देवी देवताओं और धर्म ग्रंथों को लेकर अक्सर दिए जाने वाले बयानबाज नेताओं का समाज से त्याग करने की अपील भी की. इसके साथ ही उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्या और उनके जैसे दूसरे नेताओं को चुनौती दी कि उनके अंदर दम है तो वो लोग इस्लाम या उनके धार्मिक ग्रंथ के खिलाफ ऐसी टिप्पड़ी करके दिखाएं.

वसुदेवाचार्य ने देश में सब पर लागू हो एक समान कानून
संत सम्मेलन में अयोध्या से आए हुए रामानुजाचार्य वासुदेवाचार्य ने कहा कि सरकार को देश में सभी लिए एक समान कानून लागू करना चाहिए. हिन्दू धर्म पर हो रहे कुठाराघात को रोकने के लिये समान नागरिक आचार संहिता लागू होना बेहद जरूरी है. रामानुजाचार्य वासुदेवाचार्य ने यह भी कहाकि सरकारों को चाहिए कि देश में एक निशान एक विधान कानून लागू करना चाहिए. जिससे देश और समाज में संतुलन और एकता बनी रहे. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि संत सम्मेलन में तय किया गया है कि ग्रामीण इलाकों में संत प्रवास करेंगे. ग्रामीण इलाकों में जाकर जनजाति आदिवासी और वनवासी क्षेत्रों में साधु संतो को रहकर सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करना है. उस दौरान जो लोग हिन्दू धर्म और संस्कृति की मुख्यधारा से अलग हुए हैं वो किस वजह से सनातन हिंन्दू धर्म से दूर गए हैं. उसका पता लगाकर घर वापसी का प्रयास किया जाएगा. जिससे उन्हें वापस सनातन धर्म में लाने के लिए साधु संतों को प्रयास करना पड़ेगा.

चंपत राय ने कहा हिन्दू समाज के धैर्य की परीक्षा न ली जाए
विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि वर्तमान समय में हिंदू समाज के ऊपर अनेक प्रकार से हमला किया जा रहा है. उन्होंने चेतावनी दी है कि हिंदू समाज के धैर्य की परीक्षा न ली जाए. हिंदू समाज अपने ऊपर हुए हमलों का जवाब देना जानता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि श्री राम जन्म भूमि मुक्ति आंदोलन संतों के मार्ग दर्शन पर हुआ. अब संतो के मार्गदर्शन से ही धर्मान्तरण और लव जिहाद को रोकने के लिए प्रयास शूरू किए जाएंगे. संतों के मार्गदर्शन की वजह से ही हिंदू समाज और हिंदू धर्म संस्कृति की प्रतिष्ठा पूरी दुनिया में बनी हुई है. उन्होंने कहा साल भर तक संत सम्मेलन में मिले मार्गदर्शन और दिशानिर्देश के आधार पर कार्य करने की योजना बनाकर कार्य किया जाएगा.

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