प्रयागराजः इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी (Allahabad Central University) में सोमवार की शाम पूर्व छात्र नेता के साथ की गयी मारपीट के बाद हिंसा भड़क गयी. इसके बाद छात्रों की उग्र भीड़ ने जमकर बवाल किया. यूनिवर्सिटी परिसर में बवाल के दौरान 50 से अधिक गाड़ियों में तोड़फोड़ की गयी है. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस कमिश्नर और डीएम ने छात्रों को समझाकर कर उग्र छात्रों को शांत किया है. छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी की सुरक्षा में तैनात पुलिस सुरक्षा गार्डों ने उनपर गोलियां भी चलायी है. छात्रों की मांग है कि आरोपी गार्ड के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की जाए. इसके साथ ही विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर व सुरक्षा अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए.
पूर्व छात्र नेता विवेकानंद पाठक हुए घायल
इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र नेता विवेकानंद पाठक सोमवार की शाम चार को करीब चार बजे विश्व विद्यालय परिसर बैंक में जा रहे थे. इस दौरान यूनिवर्सिटी के सुरक्षा गार्डों ने उन्हें गाड़ी समेत अंदर जाने से रोका. जिसको लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ और छात्र नेता अंदर चले गए. आरोप है कि जब छात्र नेता बैंक से लौटकर छात्रों के साथ बैठे हुए थे. तभी विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मी एकजुट होकर छात्रनेताओं पर हमला बोल दिया. सुरक्षाकर्मियों ने छात्रों को कैम्पस में दौड़ा दौड़ा कर बुरी तरह से पीटा. इसी दौरान विवेकानंद पाठक बुरी तरह से घायल हो गए.
50 गाड़ियों में की तोड़फोड़, डीएम और कमिश्नर पहुंचे
इसके बाद छात्रों की भीड़ जुटी और उग्र हो गयी और परिसर में जमकर हंगामा और तोड़फोड़ किया. इस दौरान भीड़ ने तीन मोटर साइकिल के साथ ही कैंटीन में आग लगा दी. पूरे परिसर में पथराव कर 50 से अधिक गाड़ियों तोड़फोड़ की. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पुलिस कमिश्नर अमित शर्मा (Police Commissioner Amit Sharma) के साथ ही डीएम संजय कुमार खत्री (DM Sanjay Kumar Khatri) पहुंचे. इस दौरान हिंसा कर रहे छात्रों से पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने बातचीत कर उन्हें शांत किया. लेकिन छात्र आरोपी सुरक्षा कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं. हिंसा के बाद यूनिवर्सिटी परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. यूनिवर्सिटी और उसके आसपास के इलाके में भारी संख्या में पुलिस और पीएसी के जवानों के साथ ही आरएएफ के जवानों को तैनात किया गया है.
छात्रों ने की प्रॉक्टर और सुरक्षा कर्मियों के पर कार्रवाई की मांग की
यूनिवर्सिटी परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग है कि सुरक्षाकर्मियों के साथ ही विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर व अन्य जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए. क्योंकि सुरक्षाकर्मियों ने बिना किसी अधिकारी के अनुमति के छात्रों के ऊपर लाठीचार्ज और फायरिंग की है. मौके पर पहुंचे पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा का कहना है कि छात्रों की तरफ से तहरीर ले ली गई है और मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल विश्वविद्यालय परिसर और उसके आसपास एहतियात के तौर पर पुलिस पीएसी के साथ ही आरएएफ का पहरा लगा दिया गया है.
विश्वविद्यालय में छुट्टी घोषित
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा के बाद मंगलवार को छुट्टी घोषित कर दी गई है. हालांकि विश्वविद्यालय में जाड़े की छुट्टियों की वजह से पढ़ाई नहीं हो रही थी.लेकिन सोमवार को हुई हिंसा की वजह से मंगलवार के लिए ऑफिस कार्य के लिए भी छुट्टी घोषित कर दी है. यूनिवर्सिटी की पीआरओ प्रो. जया कपूर ने छुट्टी की जानकारी देते सुरक्षा कर्मियों पर फायरिंग करने के आरोप का खंडन भी किया है. उन्होंने कहा कि कुछ उपद्रवी तत्वों द्वारा विश्वविद्यालय के गेट का ताला तोड़ने की कोशिश की गई. रोकने पर सुरक्षाकर्मियों से बदसलूकी और मारपीट की गई. इसके बाद उपद्रवियों ने भीड़ जमाकर परिसर में तोड़फोड़ एवं आगजनी की है. जिससे परिसर में भय और अराजकता का माहौल व्याप्त हुआ हो गया है.
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