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UP BOARD RESULT: किसान की बेटी ने 12वीं में हासिल किया तीसरा स्थान

प्रयागराज के रावनिया गांव के किसान की बेटी आकांक्षा शुक्ला ने इंटरमीडिएट की परीक्षा में 94.70 प्रतिशत अंक प्राप्त करके यूपी में तीसरा स्थान प्राप्त किया है. आकांक्षा शुक्ला का कहना है कि मेरी सफलता में गुरुजनों का बहुत बड़ा योगदान रहा है.

किसान की बेटी ने यूपी इंटरमीडिएट में हासिल किया तीसरा स्थान.
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Published : Apr 27, 2019, 6:37 PM IST

प्रयागराज: जिले के कोरांव तहसील के रावनिया गांव की रहने वाली आकांक्षा शुक्ला ने यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट की परीक्षा में 94.70 प्रतिशत अंक लाकर यूपी में तीसरे स्थान प्राप्त किया है. आकांक्षा शुक्ला का कहना है कि सेल्फ स्टडी से पढ़ाई कर के यह मार्क हासिल किया है और आगे की पढ़ाई करके मैं आईएएस बनना चाहती हूं.

किसान की बेटी ने यूपी इंटरमीडिएट में हासिल किया तीसरा स्थान.

आकांक्षा शुक्ला ने कहा कि मेरे इस सफलता के पीछे मेरे पिता जी के साथ स्कूल के गुरुजनों का बहुत बड़ा योगदान रहा, उन्हीं के मेनहत का यह नतीजा है कि मैं इतने अच्छे अंक से उत्तीर्ण हुईं हूं. मेरे पिता अवधेश शुक्ला किसान है और माता जी गृहणी है.

सेल्फ स्टडी से मिली सफलता

टॉपर आकांक्षा शुक्ला का कहना है कि शुरू से ही मैं स्कूल में पढ़ाई करने के बाद घर पर उसकी तैयारी किया करती थी. 24 घंटे में कुल 9 घंटे पढ़ाई करती थी. सुबह 3 से 4 घंटे और रात को 6 से 7 घंटे पढ़ाई करती थी. एग्जाम के समय भी यही रूटीन फॉलो करती थी. मैं कोचिंग क्लास न जाकर बल्कि सेल्फ स्टडी अपने घर ही करती थी. मुझे किसी टॉपिक में परेशानी होती थी तो मैं अपने स्कूल के गुरुजनों का मदद लेती थी.

प्रयागराज: जिले के कोरांव तहसील के रावनिया गांव की रहने वाली आकांक्षा शुक्ला ने यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट की परीक्षा में 94.70 प्रतिशत अंक लाकर यूपी में तीसरे स्थान प्राप्त किया है. आकांक्षा शुक्ला का कहना है कि सेल्फ स्टडी से पढ़ाई कर के यह मार्क हासिल किया है और आगे की पढ़ाई करके मैं आईएएस बनना चाहती हूं.

किसान की बेटी ने यूपी इंटरमीडिएट में हासिल किया तीसरा स्थान.

आकांक्षा शुक्ला ने कहा कि मेरे इस सफलता के पीछे मेरे पिता जी के साथ स्कूल के गुरुजनों का बहुत बड़ा योगदान रहा, उन्हीं के मेनहत का यह नतीजा है कि मैं इतने अच्छे अंक से उत्तीर्ण हुईं हूं. मेरे पिता अवधेश शुक्ला किसान है और माता जी गृहणी है.

सेल्फ स्टडी से मिली सफलता

टॉपर आकांक्षा शुक्ला का कहना है कि शुरू से ही मैं स्कूल में पढ़ाई करने के बाद घर पर उसकी तैयारी किया करती थी. 24 घंटे में कुल 9 घंटे पढ़ाई करती थी. सुबह 3 से 4 घंटे और रात को 6 से 7 घंटे पढ़ाई करती थी. एग्जाम के समय भी यही रूटीन फॉलो करती थी. मैं कोचिंग क्लास न जाकर बल्कि सेल्फ स्टडी अपने घर ही करती थी. मुझे किसी टॉपिक में परेशानी होती थी तो मैं अपने स्कूल के गुरुजनों का मदद लेती थी.

Intro:प्रयागराज: किसान की बेटी ने यूपी इंटरमीडिएट में हासिल किया तीसरा स्थान, कहा- डीएम बनाकर करूंगी समाज सेवा

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प्रयागराज: प्रयागराज कोरांव तहसील रावनिया गांव की रहने वाली आकांक्षा शुक्ला ने यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट की परीक्षा में पूरे प्रदेश में 94.70 प्रतिशत मार्क लाकर तीसरे स्थान हासिल करके पूरे प्रदेश में अपना नाम दर्ज किया. आकांक्षा शुक्ला का कहना है कि सेल्फ स्टडी से पढ़ाई कर के यह मार्क हासिल किया है. आगे की पढ़ाई करके मैं आईएस बनना चाहती हूं. मेरा इंटरमीडिएट में फेवरेट विषय भौतिक विज्ञान था. आगे की पढ़ाई में भी मैं इसी विषय से तैयारी करूंगी.



Body:आकांक्षा शुक्ला ने कहा कि मेरे इस सफलता के पीछे मेरे पिता जी के साथ स्कूल के गुरुजनों का बहुत बड़ा योगदान रहा, उन्हीं के मेनहत का यह नतीजा है कि मैं इतने अच्छे मार्क से उत्तीर्ण हुईं.
मेरे पिता अवधेश शुक्ला किसान है और माता जी गृहणी है.

सेल्फ स्टडी से मिली सफलता

टॉपर आकांक्षा शुक्ला का कहना है कि शुरू से ही मैं स्कूल में पढ़ाई करने के बाद घर पर उसकी तैयारी किया करती थी. शुरू से ही पढ़ाई करती रही. 24 घंटे में कुल 9 घंटे पढ़ाई करती थी. सुबह 3 से 4 घंटे और रात को 6 से 7 घंटे पढ़ाई करती थी. एग्जाम के समय भी यही रूटीन फॉलो करती थी. मैं कोचिंग क्लास न जाकर बल्कि सेल्फ स्टडी पढ़ाई अपने घर ही करती थी. जान मुझे किसी टॉपिक में परेशानी होती थी तो मैं अपने स्कूल के गुरुजनों का मदद लेती रही.





Conclusion:इंटरमीडिएट बोर्ड में प्रदेश भर में तीसरे स्थान प्राप्त करने वाली आकांक्षा शुक्ला का कहना है कि सभी छात्रों सेल्फ स्टडी पढ़ाई पर भरोषा करना चाहिए. स्कूल में पढ़ाई करने के बाद अगर घर पर मेनहत करेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी.
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