प्रयागराज: बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल को बदमाशों ने मारने का पक्का इरादा बनाया हुआ था. शायद यही वजह थी कि बाइक और कार से पहुंचे पांच हमलावरों ने घेरकर उमेश पाल पर ताबड़तोड़ फायरिंग और बमबाजी की थी.पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक बदमाशों की फायरिंग में उमेश पाल के शरीर में 13 सुराख हुए थे. पोस्टमार्टम के बाद उमेश पाल शनिवार दोपहर बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया.
पोस्टमार्टम करने वाली टीम को उमेश पाल के शरीर पर 13 सुराख मिले. जबकि पीएम के दौरान शरीर के अंदर से सिर्फ एक गोली बरामद हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उमेश के शरीर में लगी 7 में से 6 गोलियां शरीर को भेदकर आर पार हो चुकी थीं. जबकि एक गोली सीने में फंसी मिली है. शूटरों ने उमेश के चेहरे पर एक गोली जबकि सीने व पेट में 6 गोलियां मारी थीं. इसके अलावा उमेश के साथ इस हमले में मारे गए पुलिस के जवान कॉन्स्टेबल संदीप निषाद के शरीर में दो गोलियां लगी थी. और पोस्टमार्टम के दौरान दोनों गोलियां उसके शरीर से बरामद हो गयी हैं.
शनिार को उमेश पाल का शव जब उनके सुलेम सराय स्थित निवास पर पहुंचा तो वहां पर भारी संख्या में अंतिम दर्शन करने वालों की भीड़ जुट गई. जिला प्रशासन भीड़ को देखते हुए वहां कई थानों की फोर्स तैनात कर दी थी. साथ ही वहां पर आरएएफ और पीएसी के जवान भी मौजूद रहे. जैसे ही शव उनके घर पहुंचा लोगों ने अंतिम दर्शन करते हुए नम आंखों से उन्हें विदाई दी. भारी पुलिस बल की मौजूदगी में दारागंज घाट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया.
पुलिस आयुक्त ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद उनके ड्राइवर प्रदीप की भूमिका भी पुलिस द्वारा संदिग्ध बताई जा रही है. क्योंकि घटना के बाद ड्राइवर प्रदीप गाड़ी छोड़कर भाग गया था. पुलिस की गिरफ्त में आए ड्राइवर प्रदीप शर्मा से पुलिस देर रात से पूछताछ कर रही है. साथ ही उसके फोन कॉल की डिटेल का सीडीआर भी निकलवाया जा रहा है. उमेश पाल के साथ मौजूद दोनों गनर को हमले में गोली लगी थी. उमेश पाल और गनर संदीप की मौत हो चुकी है. जबकि एक गनर राघवेंद्र का अस्पताल में इलाज चल रहा है.