प्रयागराज : पीएम मोदी इस समय लोकसभा चुनाव की वजह से ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं. रैली में संबोधन के दौरान उनके मुख से ऐसे शब्द न निकले जिससे किसी की भावना को ठेस पहुंचे, इसके लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय और राजीव गांधी स्टडी सर्कल के छात्रों ने अजीब पहल की है. छात्र तपती दोपहरी में मोदी की तस्वीर को जूस पिला रहे हैं, ताकि उनका मस्तिष्क भाषण के दौरान ठंडा रहे.
- राजीव गांधी स्टडी सर्कल के प्रदेश छात्र सचिव अभिनीत कुशवाहा और राष्ट्रीय छात्र सचिव डॉ. प्रमोद पांडे की विशिष्ट उपस्थिति में छात्रों ने पीएम नरेंद्र मोदी के चुनावी भाषणों में गोते लगाते मर्यादा का विरोध किया.
- छात्रों ने नरेंद्र मोदी की तस्वीर को लस्सी, बेल का शरबत, गन्ने का जूस और ठंडा पानी पिलाकर उनके भाषणों में गिरती मर्यादा पर आपत्ति जताई.
- राष्ट्रीय छात्र सचिव प्रमोद पांडे ने कहा कि स्वयं प्रधानमंत्री रहते हुए मोदी ने एक शहीद प्रधानमंत्री और भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी पर निजी टिप्पणी कर मर्यादाओं की सारी सीमा लांघ दी.
- उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में लड़ाई वैचारिक होती है, व्यक्तिगत नहीं.
- राजीव गांधी स्टडी सर्कल के प्रदेश छात्र सचिव अभिनीत कुशवाहा ने कहा कि चौथे चरण का मतदान पूरा हो चुका है और पीएम मोदी समझ चुके हैं कि वह दोबारा प्रधानमंत्री नहीं बनने वाले इसलिए मर्यादाएं लांघने के नए कीर्तिमान स्थापित करते जा रहे हैं.
- अभिनीत कुशवाहा ने कहा कि वह न तो पीएम मोदी के वक्तव्यों की निंदा करते हैं और न ही माफी की मांग करते हैं. बस उन्हें एक परामर्श देते हैं कि घर से निकलने से पहले वह ठंडे पेय पदार्थ जरूर ग्रहण करें, ताकि वह मानसिक रूप से शांत रहकर सभ्य भाषा का प्रयोग करे सकें.