प्रयागराज: इसरो को चांद पर विक्रम लैंडर की स्थिति का पता कुछ हद तक चल गया है, क्योंकि शनिवार को यह चंद्रमा से 2.1 दूरी के बाद इसका संपर्क टूट गया था. इससे पूरे देश में लोगों की उम्मीदें टूट गई थी, लेकिन इस सफल प्रयास के लिए लोग सराहना भी कर रहे थे. इसी को लेकर रविवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने चंद्रयान-2 विक्रम मॉडल बनाया और सुभाष चौराहे पर इस मॉडल को रखकर इसके बारे में जानकारी दी.
चंद्रयान-2 मॉडल बना आकर्षण का केंद्र
- प्रयागराज के सुभाष चौराहे पर चंद्रयान-2 का यह मॉडल लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
- पूरे देश में इसरो की इस सफलता का गुणगान हो रहा है.
- भले ही चांद से कुछ दूरी पर इसका संपर्क टूट गया हो, लेकिन छात्रों का मानना है कि हम इस तरह के कई चंद्रयान चंद्रमा पर भेज सकते हैं.
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हौसला अफजाई के लिए बनाया मॉडल
- छात्रों का कहना है कि हमारे वैज्ञानिक बड़ी मेहनत से 95 प्रतिशत चंद्रयान-2 को चांद पर पहुंचाने में सफल रहे हैं.
- छात्रों ने वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि हमारे वैज्ञानिक हारे नहीं है.
- छात्रों ने कहा कि उनकी हौसला अफजाई के लिए इस मॉडल को बनाकर पूरे शहर को इसके बारे में बताना चाहते हैं कि हमारे वैज्ञानिकों ने इसको बनाने में कितनी मेहनत की है.
- इस मॉडल को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आ रहे हैं.