प्रयागराज : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बेरोजगार युवाओं को प्रतियोगी परीक्षा भत्ता देने का फैसला किया है. सरकार के इस फैसले को लेकर प्रतियोगी छात्रों में एक तरफ जहां खुशी हैं, वहीं छात्रों ने सरकार के साढ़े चार साल पूरे होने पर की गयी इस घोषणा को चुनावी स्टंट बताया है. छात्रों का कहना है कि सरकार बेरोजगारों की मदद करना ही चाहती है तो भर्ती परीक्षा के नाम पर ली जाने वाली फीस को समाप्त कर छात्रों की मदद करे.
प्रतियोगी परीक्षा भत्ता की सराहना के साथ भर्ती परीक्षा शुल्क माफी की मांग
आईएएस और पीसीएस जैसी परीक्षाओं के साथ तमाम तरह की भर्ती परीक्षाओं में शामिल होने वाले युवाओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस फैसले की सराहना कही है. साथ ही कहा कि योगी सरकार ने छात्रों के हित में प्रतियोगी परीक्षा भत्ता देने की जो घोषणा की है, उसका स्वागत किया जाना चाहिए.
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हालांकि छात्रों ने यह भी कहा कि सरकार ने चुनाव से ठीक 6 महीने पहले प्रतियोगी छात्रों को 3 बार भत्ता देने का जो एलान किया है, उससे छात्रों को थोड़ी राहत तो जरूर मिलेगी लेकिन उससे उनका भला होने वाला नहीं है.
छात्रों ने योगी सरकार से निवेदन किया कि यदि सरकार बेरोजगार युवाओं की मदद ही करना चाहती है तो उत्तर प्रदेश सरकार भर्तियों की फीस माफ करे. यदि ऐसा न कर सके तो कम से कम छात्रों को फीस में ज्यादा से ज्यादा छूट देने का प्रावधान किया जाए. भर्ती परीक्षा के नाम पर ली जाने वाली फीस में माफी या छूट दी जाए तो उससे छात्रों का ज्यादा लाभ होगा.