प्रयागराज: संगम नगरी में की जेल में एक छात्र नेता बंद है. जिससे मिलने के लिए कई सपा नेता गुरुवार को जेल में पहुंचे. लेकिन, सपा नेताओं को छात्र नेता से मिलने की इजाजत नहीं मिली. वहीं, पुलिस ने सपा विधायकों और उनके समर्थकों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया.
दरअसल, सपा प्रतिनिधमंडल जेल में बंद छात्रनेता अजय यादव सम्राट से मिलने के लिए गुरुवार को नैनी सेंट्रल जेल पहुंचे थे. सपा नेताओं को जेल में बंद छात्रनेता से मिलने की अनुमति नहीं मिली और सभी को जेल गेट पर ही रोक दिया गया. जिससे नाराज सभी सपा नेताओं और उनके समर्थकों ने जेल गेट पर ही धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. जिस पर पुलिस ने सपा नेताओं को पकड़न शुरू किया तो वो आक्रोशित हो गए.
नेताओं ने पुलिस द्वारा पकड़े जाने का विरोध शुरू कर दिया.जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करके सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं को हिरासत में ले लिया. इस दौरान सपा विधायकों के साथ नोकझोंक के अलावा धक्का मुक्की भी हुई. जिसके बाद पुलिस ने सपा के विधायकों, एमएलसी समेत 20 से अधिक समर्थकों को हिरासत में लेकर सभी को पुलिस लाइन भेज दिया. इनमें विधायक डॉ. आरके पटेल, हाकिम लाल बिंद, संदीप पटेल और एमएलसी मान सिंह यादव शामिल हैं. इस दौरान लखनऊ से पार्टी प्रवक्ता मनोज काका भी प्रयागराज आए हुए थे.
पुलिस जीप में बैठे सपा नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार तानाशाही कर रही है. एक दलित छात्र की पीएचडी वापस कराकर उसे जेल भेज दिया है और मिलने भी नहीं दिया जा रहा है, ये गलत है. सपा विधायकों को आरोप है कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में शांतिपूर्ण आंदोलन करने वाले छात्रों के खिलाफ मनमाने तरीके से मुकदमे लिखकर उन्हें जेल भेजा जा रहा है. वह लोग छात्रों से मुलाकात करना चाहते हैं लेकिन उन्हें मिलने की इजाजत नहीं दी गई. गौरतलब है, इलाहाबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा छात्र नेता अजय सम्राट के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया था.
यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री के कड़े सवालों के सामने होंगे यूपी में भाजपा के सांसद, जानिए कब