प्रयागराज: जिले में सरकार व जिला प्रशासन की तरफ से भले ही लॉकडाउन न लगाया गया हो, लेकिन शहर के कुछ इलाकों में लॉकडाउन जैसे हालात ही नजर आ रहे हैं. शहर के सबसे पॉश इलाके सिविल लाइंस में तो न सिर्फ सड़कों पर सन्नाटा है, बल्कि दुकानें और शोरूम भी बंद हैं.
प्रयागराज में लॉकडाउन जैसा माहौल बंद की दुकानें व शोरूमप्रयागराज में अप्रैल माह की शुरुआत के साथ ही कोरोना संक्रमितों के मिलने की संख्या में तेजी से इजाफा होने लगा. बीते एक हफ्ते से तो हालात और भी बिगड़ गए हैं. जिले में एक दिन में ढाई हजार से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं. वहीं दूसरी तरफ एक दिन में संक्रमण से मरने वालों की संख्या भी 15 तक पहुंच चुकी है. ऐसे हालात में जिला प्रशासन की तरफ से रात 8 बजे से सुबह 7 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाया जाने लगा है, लेकिन उससे भी हालात में सुधार नहीं हो रहा है.
व्यापारियों ने संक्रमण रोकने के लिए किया फैसला
कोरोना से बेकाबू होते हालात के बाद व्यापारियों ने खुद से अपनी दुकानें व शोरूम बंद करने का फैसला कर लिया है. इसके बाद से सिविल लाइंस व अन्य इलाकों में दुकानें और शोरूम व्यापारियों द्वारा खुद ही बंद किया जा रहा है. इसका असर अब शहर की सड़कों पर भी दिखने लगा है. सिविल लाइंस में दिन के वक्त भी सड़कों पर सन्नाटा नजर आ रहा है. अधिकतर दुकानें बंद होने की वजह से लोग भी इन सड़कों पर नहीं जा रहे हैं. इससे शहर का सबसे व्यस्त रहने वाला इलाका दिन में भी सुनसान सा दिखने लगा है.
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लोगों का कहना है कि इस वक्त महामारी की वजह से लॉकडाउन जैसा हाल दिखने लगा है. लोग कोरोना से इतना डरे हुए हैं कि अब खुद ही बिना जरूरी काम के घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं. इस वजह से सड़कें वीरान और बाजार सुनसान दिखने लगे हैं. लोगों का यह भी कहना है कि ऐसे ही हालात बने रहे, तो आने वाले दिनों में बची हुई दुकानें भी लोग खुद ही बंद कर लेंगे.