प्रयागराज: कायस्थ समाज की सबसे बड़ी शैक्षणिक संस्था कायस्थ पाठशाला केपी ट्रस्ट है. इसमें इस वक्त 33 हजार 514 सदस्य हैं और इस ट्रस्ट में मेंबर बनने के नियम और मानक ऐसे हैं कि सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी इसके मेंबर नहीं बन सके. वहीं, इन दिनों में प्रयागराज में केपी ट्रस्ट के चुनाव की सरगर्मी तेजी से चल रही है. ट्रस्ट के अध्यक्ष पद के लिए दो उम्मीदवार मैदान में हैं. इसके लिए 25 दिसंबर को मतदान होना है.
केपी ट्रस्ट की शुरुआत 1873 में मुंशी काली प्रसाद ने की थी. इसकी शुरुआत में दसवीं की पढ़ाई की योजना थी, जो 1895 में इंटर कॉलेज की मान्यता हो गई थी. वर्तमान में कायस्थ पाठशाला ट्रस्ट से जुड़े दर्जन भर शैक्षणिक संस्थान चल रहे हैं. वर्तमान में केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह हैं. प्रयागराज में केपी ट्रस्ट के चुनाव को लेकर इन दिनों सरगर्मी तेज दिख रही है. ट्रस्ट के अध्यक्ष पद के लिए मतदान 25 दिसंबर को होगा. इसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
25 दिसंबर को सुबह 8 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक मतदान होगा. मतदान में वही लोग शामिल हो सकेंगे, जो इस ट्रस्ट के सदस्य होंगे और जिनके पास वैध परिचय पत्र होगा. इस चुनाव में अध्यक्ष पद पर सीधा मुकाबला चौधरी राघवेन्द्र नाथ सिंह और डॉक्टर सुशील कुमार सिन्हा के बीच है. 26 दिसंबर को मतगणना होगी.
33514 वोटर हैं केपी ट्रस्ट में
केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष के साथ ही 20 कार्यकारिणी सदस्यों के लिए चुनाव 25 दिसंबर को होना है. फिलहाल, केपी ट्रस्ट की लिस्ट के अनुसार 33 हजार 514 मतदाता हैं, जो मतदान में शामिल हो सकते हैं. 33 हजार से अधिक मतदाताओं के मतदान के लिए कुल 32 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं. केपी कॉलेज परिसर में 25 दिसंबर को मतदान कराने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जहां पर ट्रस्ट के निर्वाचन से जुड़े पदाधिकारियों और पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान होगा. मतदान के बाद 26 दिसंबर को वोटों की गिनती शुरू होगी. वहीं, केपी ट्रस्ट के एडिशनल सेक्रेटरी कुलदीप नारायण श्रीवास्तव ने बताया कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए पूरी तैयारियां कर ली गई हैं. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 25 दिसंबर को मतदान करवाया जाएगा.
अभिनेता अमिताभ बच्चन नहीं बन सके इस ट्रस्ट के सदस्य
केपी ट्रस्ट के मेंबर बनने के लिए कड़े नियम कायदे कानून बनाए गए हैं. इन नियमों का पालन पूरा किए बिना किसी को भी ट्रस्ट की सदस्यता नहीं दी जाती है. यही वजह है कि महानायक अमिताभ बच्चन इस ट्रस्ट के सदस्य नहीं बन सके, जबकि उनके पिता हरिवंश राय बच्चन ने इसी ट्रस्ट के स्कूल में शिक्षा ग्रहण की थी. केपी ट्रस्ट के मेंबर इंचार्ज रवि कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सुपर स्टार अमिताभ बच्चन की मां तेजी बच्चन कायस्थ बिरादरी से नहीं थी. इस कारण उनको केपी ट्रस्ट का मेंबर नहीं बनाया गया. क्योंकि, यहां पर सदस्यता उसी कायस्थ को दी जाती थी, जिसके माता पिता और पूर्वज कायस्थ ही रहे हों. मां या पिता में से कोई कायस्थ बिरादरी के अलावा गैर बिरादरी का हो जाता है तो उसको ट्रस्ट की सदस्यता नहीं दी जाती है.
देश ही नहीं विदेश में रहने वाले कायस्थ भी हैं केपी ट्रस्ट के सदस्य
इस चुनाव में 33 हजार से अधिक जो मतदाता हैं, उनमें न सिर्फ प्रयागराज, बल्कि यूपी और देश के अन्य राज्यों के कायस्थ समाज के लोग भी इसके मतदाता हैं. केपी टेस्ट के एडिशनल सेक्रेटरी कुलदीप नारायण श्रीवास्तव का दावा है कि उनकी यह संस्था एशिया की सबसे बड़ी शैक्षणिक संस्था है और इसके मेंबर सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी हैं. केपी ट्रस्ट का चुनाव 5 साल में एक बार अध्यक्ष और 20 कार्यकारिणी सदस्यों के पद के लिए होता है. उसमें अलग-अलग राज्यों के साथ ही विदेशों में रहने वाले मेंबर भी आकर मतदान करते रहे हैं.
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