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पौष पूर्णिमा स्नान पर्व से पहले कटान को रोकना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती

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Published : Jan 24, 2021, 12:18 PM IST

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में माघ मेला लगा हुआ है. इसमें द्वितीय स्नान 28 जनवरी को है. ऐसे में गंगा में हो रहा कटान प्रशासन के लिए चिंता का सबब है.

पौष पूर्णिमा स्नान पर्व
पौष पूर्णिमा स्नान पर्व

प्रयागराजः जिले में आस्था की नगरी प्रयागराज में माघ मेले की शुरुआत हो चुकी है. देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आने लगे हैं. अब द्वितीय स्नान 28 जनवरी को होना है. पौष पूर्णिमा स्नान पर्व से पहले गंगा में कटान हो रहा है. इससे प्रशासन और श्रद्धालुओं की चिंता बढ़ रही है. गंगा में बढ़ते कटान से माघ मेला की सुरक्षा पर संकट के बादल घिर आए हैं. हालांकि राहत की खबर ये है कि कटान को रोकने के लिए तेजी से कार्य जारी है.

पौष पूर्णिमा स्नान पर्व

कल्पवास भी होगा शुरू
पौष पूर्णिमा का स्नान 28 जनवरी को है. संगम की रेती पर उसी दिन से कल्पवास भी शुरू हो जाएगा. श्रद्धालु 1 महीने तक गंगा किनारे कल्पवास करते नजर आएंगे. बीते 7 दिनों से गंगा में हो रहा कटान प्रशासन के लिए एक चिंता का विषय है. अब पुल व श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पीडब्ल्यूडी अफसर अलर्ट मोड में हैं. कटान को रोकने के लिए दिन रात एक करके मजदूर काम में लगे हुए हैं.

कटान को रोकने का भरपूर प्रयास जारी
माघ मेले में बाहर से आए श्रद्धालुओं का कहना है कि गंगा में लगातार हो रहा कटान उनके लिए भी एक चिंता का विषय है लेकिन पिछले 5 दिनों में प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाते हुए कटान को रोकने का भरपूर प्रयास शुरू किया है. जिस भी पुल के पास कटान होता दिखाई दे रहा है, वहां तत्काल इसे रोकने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. कटान के आसपास बालू की बोरियों को लगाया जा रहा.

माघ मेला में पांच पांटून पुल बनाए गए हैं
बता दें मेला क्षेत्र में गंगा नदी में कुल पांच पांटून पुल बनाए गए हैं. इन पुल का जब निर्माण हुआ था उस वक्त गंगा के पाट और कटान की व्यवस्था कुछ और थी. मौजूदा समय में गंगा में कटान तेज हो गया है. यह कटान उत्तरी छोर के निकट दारागंज साइड पर अधिक हो रहा है.

श्रद्धालुओं की सुरक्षा हो सकती है प्रभावित
राम घाट के पास भी कटान लगातार होने से प्रशासन परेशान है. कटान रोकने के लिए राम घाट पर लगातार कार्य जारी है. श्रद्धालुओं के अनुसार इस कटान की वजह से पुल के ब्रेक होने का खतरा बढ़ गया है. रात में इस कटान से पुल टूट भी सकते हैं. ऐसे में पुल से गुजर रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा भी प्रभावित हो सकती है.

गंगा मां ने चाहा तो स्नान से पहले कटान पर नियंत्रण
श्रद्धालु भी उम्मीद जता रहे हैं कि पौष पूर्णिमा स्नान से पहले गंगा मां की आशीर्वाद से स्नान संपूर्ण हो जाएंगे. मां गंगा की ऐसी लीला होगी की पौष पूर्णिमा का स्नान से पहले ही कटान पर नियंत्रण हो जाएगा.

सैकड़ों मजदूरों को लगाया
सिंचाई विभाग के कांट्रेक्टर महेंद्र नाथ पांडे का कहना है कि सैकड़ों की संख्या में मजदूरों को लगाया गया है जो निरंतर कटान रोकने काम कर रहे हैं. साथ ही बालू की बोरियों को पहले से ही तैयार रखा हुआ है, जिससे इमरजेंसी में कटान को रोकने के लिए बोरियों में बालू भरने में वक्त जाया न हो. कटान की वजह से दिक्कतें तो आ ही रही हैं मगर उससे निपटने के लिए पूरे प्रयास व इंतजाम किए गए हैं. पुल सुरक्षित रहें और समय से कटान रोका जा सके, इसके लिए पेट्रोलिंग के बंदोबस्त किए गए हैं.

प्रयागराजः जिले में आस्था की नगरी प्रयागराज में माघ मेले की शुरुआत हो चुकी है. देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आने लगे हैं. अब द्वितीय स्नान 28 जनवरी को होना है. पौष पूर्णिमा स्नान पर्व से पहले गंगा में कटान हो रहा है. इससे प्रशासन और श्रद्धालुओं की चिंता बढ़ रही है. गंगा में बढ़ते कटान से माघ मेला की सुरक्षा पर संकट के बादल घिर आए हैं. हालांकि राहत की खबर ये है कि कटान को रोकने के लिए तेजी से कार्य जारी है.

पौष पूर्णिमा स्नान पर्व

कल्पवास भी होगा शुरू
पौष पूर्णिमा का स्नान 28 जनवरी को है. संगम की रेती पर उसी दिन से कल्पवास भी शुरू हो जाएगा. श्रद्धालु 1 महीने तक गंगा किनारे कल्पवास करते नजर आएंगे. बीते 7 दिनों से गंगा में हो रहा कटान प्रशासन के लिए एक चिंता का विषय है. अब पुल व श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पीडब्ल्यूडी अफसर अलर्ट मोड में हैं. कटान को रोकने के लिए दिन रात एक करके मजदूर काम में लगे हुए हैं.

कटान को रोकने का भरपूर प्रयास जारी
माघ मेले में बाहर से आए श्रद्धालुओं का कहना है कि गंगा में लगातार हो रहा कटान उनके लिए भी एक चिंता का विषय है लेकिन पिछले 5 दिनों में प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाते हुए कटान को रोकने का भरपूर प्रयास शुरू किया है. जिस भी पुल के पास कटान होता दिखाई दे रहा है, वहां तत्काल इसे रोकने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. कटान के आसपास बालू की बोरियों को लगाया जा रहा.

माघ मेला में पांच पांटून पुल बनाए गए हैं
बता दें मेला क्षेत्र में गंगा नदी में कुल पांच पांटून पुल बनाए गए हैं. इन पुल का जब निर्माण हुआ था उस वक्त गंगा के पाट और कटान की व्यवस्था कुछ और थी. मौजूदा समय में गंगा में कटान तेज हो गया है. यह कटान उत्तरी छोर के निकट दारागंज साइड पर अधिक हो रहा है.

श्रद्धालुओं की सुरक्षा हो सकती है प्रभावित
राम घाट के पास भी कटान लगातार होने से प्रशासन परेशान है. कटान रोकने के लिए राम घाट पर लगातार कार्य जारी है. श्रद्धालुओं के अनुसार इस कटान की वजह से पुल के ब्रेक होने का खतरा बढ़ गया है. रात में इस कटान से पुल टूट भी सकते हैं. ऐसे में पुल से गुजर रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा भी प्रभावित हो सकती है.

गंगा मां ने चाहा तो स्नान से पहले कटान पर नियंत्रण
श्रद्धालु भी उम्मीद जता रहे हैं कि पौष पूर्णिमा स्नान से पहले गंगा मां की आशीर्वाद से स्नान संपूर्ण हो जाएंगे. मां गंगा की ऐसी लीला होगी की पौष पूर्णिमा का स्नान से पहले ही कटान पर नियंत्रण हो जाएगा.

सैकड़ों मजदूरों को लगाया
सिंचाई विभाग के कांट्रेक्टर महेंद्र नाथ पांडे का कहना है कि सैकड़ों की संख्या में मजदूरों को लगाया गया है जो निरंतर कटान रोकने काम कर रहे हैं. साथ ही बालू की बोरियों को पहले से ही तैयार रखा हुआ है, जिससे इमरजेंसी में कटान को रोकने के लिए बोरियों में बालू भरने में वक्त जाया न हो. कटान की वजह से दिक्कतें तो आ ही रही हैं मगर उससे निपटने के लिए पूरे प्रयास व इंतजाम किए गए हैं. पुल सुरक्षित रहें और समय से कटान रोका जा सके, इसके लिए पेट्रोलिंग के बंदोबस्त किए गए हैं.

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