प्रयागराज: जिले में बुधवार को सिविल थाना क्षेत्र में एसटीएफ ने टीईटी 2019 की परीक्षा में पेपर आउट कराने वाले हाईटेक गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरोह में सरगना समेत कॉलेज प्रबंधक, दलाल और साल्वर शामिल हैं. पुलिस ने इनके पास से मोबाइल, सिम और 30 हजार रुपये नगद बरामद किए हैं और गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
प्रयागराज के पुलिस लाइन में बुधवार देर शाम सहायक पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार यादव ने गैंग का खुलासा करते हुए जानकारी दी कि आज टीईटी 2019 की परीक्षा थी, जिसमें इसकी सुचिता में सेंध लगाने और पर्चा आउट कराने वाले गिरोह ने पहले से ही तैयारी कर ली थी. साथी इसमें पेपर आउट कराने वाला गिरोह भी सक्रिय था. इस पर क्राइम ब्रांच की टीम निगाह बनाए हुए था. निर्धारित समय पर टीईटी की परीक्षा शुरू हुई. उसी दौरान कैन्ट थाना क्षेत्र में पेपर आउट कराने वाला गिरोह एसटीएफ के गिरफ्त में आ गया.
एसटीएफ ने मुख्य सरगना समेत 10 लोगों को हिरासत में ले लिया. उनके कब्जे से 12 मोबाइल फोन 30 हजार नगद व 32 यूपीटेट के अलग-अलग अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र मिले हैं. पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त फॉर्म भरते समय ही अभ्यर्थी के स्थान पर अपनी फोटो लगा देते थे और फर्जी परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा देते थे.
परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले ऐसे लोगों पर क्राइम ब्रांच की टीम निगाह बनाए हुए थी. गिरफ्तार अभियुक्तों में अंकित पांडेय हनुमानगंज थाना उतराव, गैंग लीडर धर्मेंद्र उर्फ डीके बीरापुर कमला नगर थाना सोरांव, गैंग सदस्य सरोज कुमार जिला रोहतास बिहार, गैंग सदस्य व फर्जी परीक्षार्थी अंकुश कुमार रोहतास बिहार, अरविंद कुमार रोहतास बिहार, टुनटुन दास जमुई बिहार, अशोक कुमार नालंदा बिहार, आशीष कुमार खगरिया बिहार, ऋषि मुनि मिस्त्री नवादा बिहार, कृष्ण मोहन कुंडल थाना लार रोड देवरिया के रहने वाले हैं.
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इन सभी के ऊपर भारतीय दंड संहिता की धारा 419/420/467/468/471 व 66 डीआईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने बताया कि इनके पास से बरामद मोबाइल फोन और व्हाट्सएप चैट से और भी जानकारियां मिली हैं, जिस पर आगे जांच की जा रही है. जल्द ही इसमें और भी सदस्य गिरफ्तार हो सकते हैं.