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फैटी लिवर और शुगर की चपेट में आ रहे पालतू कुत्ते, जानिए कैसे करें बचाव

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Published : Jan 5, 2023, 6:29 PM IST

इन दिनों खराब दिनचर्या की वजह से जो फ्लैट में रहने वाले कुत्ते फैटी लिवर और डायबिटीज (fatty liver and sugar) का शिकार हो रहे हैं. आइए जानते हैं कि इन बीमारियों से अपने पालतू कुत्ते को कैसे बचाएं.

पशु चिकित्सक
पशु चिकित्सक
पशु चिकित्सक ने बताया कि कुत्ते क्यों हो रहे हैं बीमार

प्रयागराजः आराम भरी जिंदगी, चटपटा खाना और असंयमित दिनचर्या से हम अपनी सेहत तो बिगाड़ ही रहे हैं. अब हमारे पालतू कुत्ते भी बीमार (pet dog sick) होकर डॉक्टर के यहां पहुंच रहे हैं. आराम भरी जिंदगी जीने की वजह से पालतू देशी और विदेशी नस्लों के कुत्ते फैटी लीवर के साथ ही डायबिटीज का भी शिकार हो रहे हैं. पशु चिकित्सक डॉ. सीपी सिंह कुशवाहा का कहना है कि फ्लैट में रहने वाले और शारीरिक मेहनत न करने की वजह से कुत्ते बीमार हो रहे हैं. ऐसी बीमारियों की चपेट में ज्यादातर वो कुत्ते आ रहे हैं, जो फ्लैट या छोटे घरों में रहते हैं और उन्हें घूमने टहलने और दौड़ने के लिए जगह नहीं मिलती है.

पशु चिकित्सक (Veterinarian in Prayagraj) ने बताया कि इन दिनों यहां कुछ ऐसे पालतू कुत्ते पहुंच रहे हैं. जो सिर्फ घरों में रहकर खाने पीने की वजह से मोटापे का शिकार हो रहे हैं. मेहनत न करने की वजह से कुत्तों के शरीर मे चर्बी बढ़ रही है. जिस वजह से वो बीमार हो रहे हैं. ऐसे कुत्तों में सुस्ती के साथ ही भूख ज्यादा लगने से साथ ही बार बार वह पेशाब करते हैं. इस तरह के लक्षणों वाले कुत्तों में फैटी लीवर के साथ ही शुगर की समस्या सामने आ रही है. डॉक्टर लक्षणों के साथ ही बीमार कुत्तों की जांच करवाकर उनका इलाज करते हैं.

पशु चिकित्सक (veterinary doctor) डॉ सी पी सिंह कुशवाहा का कहना है कि इन दिनों कई पालतू कुत्ते डायबिटीज और फैटी लीवर की वजह से बीमार हो रहे हैं. ऐसे कुत्तों को लेकर लोग इलाज के लिए आते हैं. जिन कुत्तों में ये बीमारी होती है, उनके अंदर सुस्ती के साथ ही भूख ज्यादा होती है. बार बार खाना पीना करते हैं. इसके साथ ही थोड़ी थोड़ी देर में पेशाब करते रहते हैं. जिस वजह से उनके मालिक परेशान होते हैं. जिससे परेशान होकर कुत्तों के मालिक उन्हें इलाज के लिए डॉक्टर के पास लाते हैं. डॉक्टर का कहना है कि ऐसे लक्षणों वाले कुत्तों के मालिक को इलाज के साथ ही उन्हें टहलाने और दौड़ाने की सलाह दी जाती है.


डॉक्टर सी पी सिंह कुशवाहा (Dr C P Singh Kushwaha) का कहना है कि आज कल बहुत से लोग फ्लैट में रहते हैं. उन्होंने देशी विदेशी नस्लों के कुत्ते भी पाल रखे हैं. ऐसे कुत्तों को उनके मालिक द्वारा अच्छी डाइट दी जाती है. लेकिन वह कुत्ते फ्लैट में रहने की वजह से शारीरिक काम नहीं कर पाते हैं ना ही खुले में दौड़ना और टहलना कर पाते हैं. जिस वजह से इन कुत्तों के अंदर फैट जमा होता रहता है. जिसके कारण वह फैटी लीवर का शिकार हो रहे हैं. इसके साथ ही साथ कुछ शुगर के भी शिकार हो जाते हैं. इसलिए जरूरी है कि फ्लैट में रहने वाले जो भी लोग कुत्तों को पालते हैं वह उन्हें खिलाने पिलाने के साथ ही बाहर टहलाने और दबाने के लिए ले जाए. क्योंकि खाने के साथ ही कुत्तों के लिए शारीरिक श्रम करना भी बहुत जरूरी होता है. जब तक फ्लैट या छोटे घरों में रहने वाले कुत्ते मेहनत नहीं करेंगे उनके अंदर फैट जमा होगा. जिससे वो डायबिटीज और फैटी लीवर जैसी समस्याओं की चपेट में आएंगे. इसलिए उन्होंने पशु प्रेमियों से अपील की है कि जो भी लोग फ्लैट में कुत्ते पाले हुए हैं. वह नियमित रूप से सुबह शाम दौड़ाने के लिए उन्हें बाहर जरूर लेकर जाएं.

वहीं, प्निल शर्मा ने बताया कि उनके घर में अच्छी नस्ल का कुत्ता पला हुआ था. जिसे फैटी लीवर हो गया था. सुस्ती के साथ ही कुत्ता लगातार दुबला होता गया. जिसे डॉक्टर को दिखाया गया तो उन्होंने बताया कि उसे फैटी लीवर है. जिसका इलाज करवाया गया. लेकिन घर के बाहर जाकर न टहला पाने की वजह से कुछ दिनों बाद उसकी मौत हो गयी थी. इसके बाद उन्होंने दूसरा कुत्ता घर में नहीं पाला.


यह भी पढ़ें- कश्मीर में 33 फीसदी आबादी मोटापे का शिकार: सर्वे

पशु चिकित्सक ने बताया कि कुत्ते क्यों हो रहे हैं बीमार

प्रयागराजः आराम भरी जिंदगी, चटपटा खाना और असंयमित दिनचर्या से हम अपनी सेहत तो बिगाड़ ही रहे हैं. अब हमारे पालतू कुत्ते भी बीमार (pet dog sick) होकर डॉक्टर के यहां पहुंच रहे हैं. आराम भरी जिंदगी जीने की वजह से पालतू देशी और विदेशी नस्लों के कुत्ते फैटी लीवर के साथ ही डायबिटीज का भी शिकार हो रहे हैं. पशु चिकित्सक डॉ. सीपी सिंह कुशवाहा का कहना है कि फ्लैट में रहने वाले और शारीरिक मेहनत न करने की वजह से कुत्ते बीमार हो रहे हैं. ऐसी बीमारियों की चपेट में ज्यादातर वो कुत्ते आ रहे हैं, जो फ्लैट या छोटे घरों में रहते हैं और उन्हें घूमने टहलने और दौड़ने के लिए जगह नहीं मिलती है.

पशु चिकित्सक (Veterinarian in Prayagraj) ने बताया कि इन दिनों यहां कुछ ऐसे पालतू कुत्ते पहुंच रहे हैं. जो सिर्फ घरों में रहकर खाने पीने की वजह से मोटापे का शिकार हो रहे हैं. मेहनत न करने की वजह से कुत्तों के शरीर मे चर्बी बढ़ रही है. जिस वजह से वो बीमार हो रहे हैं. ऐसे कुत्तों में सुस्ती के साथ ही भूख ज्यादा लगने से साथ ही बार बार वह पेशाब करते हैं. इस तरह के लक्षणों वाले कुत्तों में फैटी लीवर के साथ ही शुगर की समस्या सामने आ रही है. डॉक्टर लक्षणों के साथ ही बीमार कुत्तों की जांच करवाकर उनका इलाज करते हैं.

पशु चिकित्सक (veterinary doctor) डॉ सी पी सिंह कुशवाहा का कहना है कि इन दिनों कई पालतू कुत्ते डायबिटीज और फैटी लीवर की वजह से बीमार हो रहे हैं. ऐसे कुत्तों को लेकर लोग इलाज के लिए आते हैं. जिन कुत्तों में ये बीमारी होती है, उनके अंदर सुस्ती के साथ ही भूख ज्यादा होती है. बार बार खाना पीना करते हैं. इसके साथ ही थोड़ी थोड़ी देर में पेशाब करते रहते हैं. जिस वजह से उनके मालिक परेशान होते हैं. जिससे परेशान होकर कुत्तों के मालिक उन्हें इलाज के लिए डॉक्टर के पास लाते हैं. डॉक्टर का कहना है कि ऐसे लक्षणों वाले कुत्तों के मालिक को इलाज के साथ ही उन्हें टहलाने और दौड़ाने की सलाह दी जाती है.


डॉक्टर सी पी सिंह कुशवाहा (Dr C P Singh Kushwaha) का कहना है कि आज कल बहुत से लोग फ्लैट में रहते हैं. उन्होंने देशी विदेशी नस्लों के कुत्ते भी पाल रखे हैं. ऐसे कुत्तों को उनके मालिक द्वारा अच्छी डाइट दी जाती है. लेकिन वह कुत्ते फ्लैट में रहने की वजह से शारीरिक काम नहीं कर पाते हैं ना ही खुले में दौड़ना और टहलना कर पाते हैं. जिस वजह से इन कुत्तों के अंदर फैट जमा होता रहता है. जिसके कारण वह फैटी लीवर का शिकार हो रहे हैं. इसके साथ ही साथ कुछ शुगर के भी शिकार हो जाते हैं. इसलिए जरूरी है कि फ्लैट में रहने वाले जो भी लोग कुत्तों को पालते हैं वह उन्हें खिलाने पिलाने के साथ ही बाहर टहलाने और दबाने के लिए ले जाए. क्योंकि खाने के साथ ही कुत्तों के लिए शारीरिक श्रम करना भी बहुत जरूरी होता है. जब तक फ्लैट या छोटे घरों में रहने वाले कुत्ते मेहनत नहीं करेंगे उनके अंदर फैट जमा होगा. जिससे वो डायबिटीज और फैटी लीवर जैसी समस्याओं की चपेट में आएंगे. इसलिए उन्होंने पशु प्रेमियों से अपील की है कि जो भी लोग फ्लैट में कुत्ते पाले हुए हैं. वह नियमित रूप से सुबह शाम दौड़ाने के लिए उन्हें बाहर जरूर लेकर जाएं.

वहीं, प्निल शर्मा ने बताया कि उनके घर में अच्छी नस्ल का कुत्ता पला हुआ था. जिसे फैटी लीवर हो गया था. सुस्ती के साथ ही कुत्ता लगातार दुबला होता गया. जिसे डॉक्टर को दिखाया गया तो उन्होंने बताया कि उसे फैटी लीवर है. जिसका इलाज करवाया गया. लेकिन घर के बाहर जाकर न टहला पाने की वजह से कुछ दिनों बाद उसकी मौत हो गयी थी. इसके बाद उन्होंने दूसरा कुत्ता घर में नहीं पाला.


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