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प्रयागराज: हजारों घरों में घुसा बाढ़ का पानी, राहत शिविर में रहने को मजबूर हुए प्रयागवासी

प्रयागराज में गंगा का जलस्तर बढ़ने ने जनपद में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. घरों में पानी घुस जाने से लोग अब राहत शिविर में रहने को मजबूर हैं. प्रशासन की तरफ से बाढ़ पीड़ितों के रहने और खाने की व्यवस्था की गई है. शहर में कई जगह राहत शिविर बनाई गई है.

हजारों घरों में घुसा बाढ़ का पानी, राहत शिविर में रहने को मजबूर हुए प्रयागवासी
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Published : Sep 17, 2019, 8:06 AM IST

प्रयागराज: गंगा- यमुना में एक बार फिर से जलस्तर बढ़ने लगा है. दोनों नदियों के उफान से जनपद में बाढ़ की स्थिति बन गई है. गंगा-यमुना में सात सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से जलस्तर में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. जिसके चलते शाम को खतरे के निशान से ऊपर दोनों नदिया बहने लगी है. घरों में पानी घुस जाने से लोग अब राहत शिविर में रहने को मजबूर हैं. प्रशासन की तरफ से बाढ़ पीड़ितों के रहने और खाने की व्यवस्था की गई है. शहर में कई जगह राहत शिविर बनाई गई है.

हजारों घरों में घुसा बाढ़ का पानी, राहत शिविर में रहने को मजबूर हुए प्रयागवासी
इन गांवों में पहुंचा बाढ़ का पानीबारिश का पानी भरने से जनपद में बाढ़ की स्थिति बन गई है. दो दिनों से पानी बढ़ने से दारागंज, सलोरी और बघाड़ा एरिया पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. लोग अपने घरों से निकलकर राहत शिविर में रहने को मजबूर हैं. इसके साथ ही झूंसी से सटे गांव सोनावती, बदरा, ककरा घाट, सदियापुर और यमुना पार में लाला पुर, महेवा पूरब आदि गांवों में पानी प्रवेश कर गया है. बदरा गांव में बाढ़ का पानी घुसने से शहर जाने वाला रास्ता पूरी तरह से पानी में डूब गया है. जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

यहां 45 से 50 परिवार करीब 150 से 200 लोग रह रहे हैं. प्रशासन की तरफ खाने पीने के लिये सुबह ब्रेड और चाय खाने में पूड़ी सब्जी की व्यवस्था की गई है. अब जब तक पानी नहीं जाएगा अब यही रहना पड़ेगा.

- नितिन यादव, पार्षद

कल रात को घर पानी अचानक गेट तक भर आया जिससे पूरी रात घर के बाहर बैठी रहे. फिर सुबह यही आई गई. सब कुछ व्यवस्था ठीक बस पंखे की व्यवस्था नहीं होने से गर्मी का सामना करना पड़ रहा है.

- रूपा देवी, स्थानीय निवासी

प्रयागराज: गंगा- यमुना में एक बार फिर से जलस्तर बढ़ने लगा है. दोनों नदियों के उफान से जनपद में बाढ़ की स्थिति बन गई है. गंगा-यमुना में सात सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से जलस्तर में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. जिसके चलते शाम को खतरे के निशान से ऊपर दोनों नदिया बहने लगी है. घरों में पानी घुस जाने से लोग अब राहत शिविर में रहने को मजबूर हैं. प्रशासन की तरफ से बाढ़ पीड़ितों के रहने और खाने की व्यवस्था की गई है. शहर में कई जगह राहत शिविर बनाई गई है.

हजारों घरों में घुसा बाढ़ का पानी, राहत शिविर में रहने को मजबूर हुए प्रयागवासी
इन गांवों में पहुंचा बाढ़ का पानीबारिश का पानी भरने से जनपद में बाढ़ की स्थिति बन गई है. दो दिनों से पानी बढ़ने से दारागंज, सलोरी और बघाड़ा एरिया पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. लोग अपने घरों से निकलकर राहत शिविर में रहने को मजबूर हैं. इसके साथ ही झूंसी से सटे गांव सोनावती, बदरा, ककरा घाट, सदियापुर और यमुना पार में लाला पुर, महेवा पूरब आदि गांवों में पानी प्रवेश कर गया है. बदरा गांव में बाढ़ का पानी घुसने से शहर जाने वाला रास्ता पूरी तरह से पानी में डूब गया है. जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

यहां 45 से 50 परिवार करीब 150 से 200 लोग रह रहे हैं. प्रशासन की तरफ खाने पीने के लिये सुबह ब्रेड और चाय खाने में पूड़ी सब्जी की व्यवस्था की गई है. अब जब तक पानी नहीं जाएगा अब यही रहना पड़ेगा.

- नितिन यादव, पार्षद

कल रात को घर पानी अचानक गेट तक भर आया जिससे पूरी रात घर के बाहर बैठी रहे. फिर सुबह यही आई गई. सब कुछ व्यवस्था ठीक बस पंखे की व्यवस्था नहीं होने से गर्मी का सामना करना पड़ रहा है.

- रूपा देवी, स्थानीय निवासी

Intro:प्रयागराज: हजारों घरों में घुसा बाढ़ का पानी, राहत शिविर में रहने को मजबूर हुए प्रयागवासी

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प्रयागराज: गंगा- यमुना में एक बार फिर से जलस्तर बढ़ने लगा हौ. दोनों नदियों के उफान से जनपद में बाढ़ की स्थिति बन गई है. गंगा-यमुना में सात सेंटीमीटर की रफ्तार से प्रति घंटा जलस्तर में बढोत्तरी देखने को मिल रहा है. जिसके चलते शाम को खतरे के निशान से ऊपर दोनों नदिया बहने लगी है. घरों में पानी घुस जाने से लोग अब राहत शिविर में रहने को मजबूर हैं. प्रशासन की तरफ बाढ़ पीड़ितों को रहने और खाने की व्यवस्था की गई है. शहर में कई जगह राहत शिविर बनाई गई है.





Body:इन गांवों में पहुंचा बाढ़ का पानी

लगातार गंगा-यमुना में पानी छोड़े जाने के चलते पानी का भराव अधिक हो रहा है. दोनों नदियों में बाढ़ के पानी के साथ ही बारिश का पानी भी भरने से जनपद में बाढ़ की स्थिति बन गई है. दो दिनों से पानी बढ़ने से दारागंज, सलोरी और बघाड़ा एरिया में पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. लोग अपने घरों से निकलकर राहत शिविर में रहने को मजबूर है. इसके साथ ही झूसी से सटे गांव सोनावती, बदरा, ककरा घाट, सदियापुर और यमुना पार में लाला पुर, महेवा पूरब आदि गांवों में पानी प्रवेश कर गया है. बदरा गांव में बाढ़ का पानी घुसने से शहर जाने वाला रास्ता पूरी तरह पानी से डूब गया है. जिससे लोगों दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.


Conclusion:शिविर में खाने पीने की गई है व्यवस्था

पार्षद नितिन यादव ने बताया कि बघाड़ा में दो हजार से अधिक घरों में पानी घुस जाने से लोगों नाव के जरिये राहत शिविर में शिफ्ट किया गया है. अभी तीन सौ परिवार राहत शिविर में राह रहे है और कुछ परिवार अपने रिश्तेदारों के घर चले गए है. शिविर में प्रशासन की तरफ से दोनों समय खाने और पीने के पानी की व्यवस्था की गई है.

शिविर में रह रही मानवी बताती हैं कि प्रशासन ने बाढ़ग्रस्त लोगों के लिए यह शिविर बनाया है. घर मे पानी पहुंचने से कल शाम को ही शिविर शिफ्ट किया गया है. प्रशासन की तरफ खाने पीने की व्यवस्था की गई है. अब जब तक पानी नहीं जाएगा अब यही रहना पड़ेगा.

पानी घुसने से नहीं सोई रातभर

रूपा देवी बताती हैं कि कल रात को घर पानी अचानक गेट तक भर आया जिसकी वजह से पूरी रात घर के बाहर बैठी रही. फिर सुबह यही आई गई. सब कुछ व्यवस्था ठीक बस पंखे की व्यवस्था नहीं होने से गर्मी का सामना करना पड़ रहा है.

बाईट- 1. नितिन यादव, पार्षद
बाईट-2- मानवी, निवासी
बाईट-3- रूपा देवी, निवासी







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