ETV Bharat / state

Nupur Sharma Vivad: प्रयागराज हिंसा का मास्टरमाइंड पंप पुलिस के हत्थे चढ़ा

जुमे की नमाज के बाद जो उपद्रव हुआ, उसका मुख्य षड्यंत्रकारी जावेद अहमद है, वह अपने आप को सामाजिक कार्यकर्ता बताता है. पुलिस की अभी तक की पड़ताल में यह पता चला है कि इस उपद्रव कि साजिश जिले के अंदर से लेकर बाहर तक से किये जाने की संभावना है.

etv bharat
प्रयागराज हिंसा का मास्टरमाइंड पंप पुलिस के हत्थे चढ़ा
author img

By

Published : Jun 11, 2022, 6:00 PM IST

प्रयागराज: जिले में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हिंसा हुई. इस मामले में पुलिस ने 5 हजार अज्ञात लोगों के साथ ही 70 नामजद लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. इसमें से 68 लोग पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं, जबकि अन्य की तलाश की जा रही है. पुलिस की अभी तक की पड़ताल में यह पता चला है कि इस उपद्रव की साजिश जिले के अंदर से लेकर बाहर तक से किये जाने की संभावना है. अभी तक कि पड़ताल में मोहम्द जावेद उर्फ पम्प का नाम उभर कर सामने आ रहा था, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. जावेद के मोबाइल फोन से कई जानकारियां भी पुलिस को मिली हैं.

बताया जा रहा है कि जावेद पम्प ही नहीं, इस साजिश में उसकी बेटी का भी हाथ है जो कि जेएनयू से पढ़ाई की है. अभी तक कि जांच में जावेद के खिलाफ पुलिस को कुछ साक्ष्य भी मिले है.

एसएसपी अजय कुमार
किराए पर उपद्रवी लाए जाने की उम्मीद

इस मामले में एसएसपी अजय कुमार (SSP Ajay Kumar) का कहना है कि शुक्रवार को हुए पथराव की घटना में जो उपद्रवी शामिल थे. उन्हें किराए पर लाये जाने की संभावना है. उनका कहना है कि जिस तरह से उपद्रवियों का बर्ताव दिख रहा था, वो साबित करता है कि वो कुछ बवाल करके ही जाने की ठान कर आये थे. पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है कि भाड़े पर उपद्रवी आये थे, तो उन्हें किसने भेजा था. पुलिस अभी इस मामले से जुड़े साक्ष्य तलाशने में जुटी हुई है. घटना का मास्टर माइंड बताये जा रहे जावेद के मोबाइल से भी कुछ साक्ष्य हासिल हुई हुए हैं. अभी उसके मोबाइल से डिलीट किए हुए दस्तवेजों की रिकवरी करवायी जा रही है, जिसके बाद घटना से जुड़े और साक्ष्य भी मिलने की संभावना है.

इसे भी पढ़ेंः कानपुर हिंसा: गरजा बाबा का बुलडोजर, हयात जफर हाशमी के रिश्तेदार के घर पर कार्रवाई

मास्टरमाइंड के साथ डीएम और एसएसपी की फोटो हुई वॉयरल

एसएसपी अजय कुमार की ओर से इस घटना का जिसे मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. उसी मास्टर माइंड जावेद पम्प के साथ डीएम और एसएसपी घटना के पहले बैठक करते थे. अमन शांति के नाम पर होने वाली तमाम बैठकों में आलाधिकारियों के साथ जावेद पम्प मौजूद रहता था. जुमे की नमाज से पहले हुई बैठक में भी वो शामिल था लेकिन आलाधिकारी उसकी मंशा को भांप नहीं सके. एक तरफ जावेद अफसरों के साथ बैठकर पीस कमेटी की बैठक में शामिल होता था वहीं, दूसरी तरफ उपद्रव की साजिश रचता था. मास्टरमाइंड के पकड़े जाने के बाद अब सवाल ये उठता है कि पुलिस को पहले मास्टरमाइंड के इरादों की भनक लग गयी होती तो इतनी बड़ी घटना होने से पहले टल सकती थी.

घटना के दूसरे दिन अटाला में पसरा सन्नाटा

घटना के दूसरे दिन पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. सड़कों के साथ ही गलियों में भी पुलिस पीएसी के साथ आरएएफ के जवान फ्लैग मार्च करते हुए दिखे. अटाला इलाके में एक तरफ सभी दुकानें बंद हैं, तो वहीं, सड़कों पर सन्नाटा भी दिखा. गलियों के अंदर कई घरों के बाहर ताला लटका हुआ दिखा. गलियों के अंदर भी लोग घरों में दुबके हुए नजर आए.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

प्रयागराज: जिले में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हिंसा हुई. इस मामले में पुलिस ने 5 हजार अज्ञात लोगों के साथ ही 70 नामजद लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. इसमें से 68 लोग पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं, जबकि अन्य की तलाश की जा रही है. पुलिस की अभी तक की पड़ताल में यह पता चला है कि इस उपद्रव की साजिश जिले के अंदर से लेकर बाहर तक से किये जाने की संभावना है. अभी तक कि पड़ताल में मोहम्द जावेद उर्फ पम्प का नाम उभर कर सामने आ रहा था, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. जावेद के मोबाइल फोन से कई जानकारियां भी पुलिस को मिली हैं.

बताया जा रहा है कि जावेद पम्प ही नहीं, इस साजिश में उसकी बेटी का भी हाथ है जो कि जेएनयू से पढ़ाई की है. अभी तक कि जांच में जावेद के खिलाफ पुलिस को कुछ साक्ष्य भी मिले है.

एसएसपी अजय कुमार
किराए पर उपद्रवी लाए जाने की उम्मीद

इस मामले में एसएसपी अजय कुमार (SSP Ajay Kumar) का कहना है कि शुक्रवार को हुए पथराव की घटना में जो उपद्रवी शामिल थे. उन्हें किराए पर लाये जाने की संभावना है. उनका कहना है कि जिस तरह से उपद्रवियों का बर्ताव दिख रहा था, वो साबित करता है कि वो कुछ बवाल करके ही जाने की ठान कर आये थे. पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है कि भाड़े पर उपद्रवी आये थे, तो उन्हें किसने भेजा था. पुलिस अभी इस मामले से जुड़े साक्ष्य तलाशने में जुटी हुई है. घटना का मास्टर माइंड बताये जा रहे जावेद के मोबाइल से भी कुछ साक्ष्य हासिल हुई हुए हैं. अभी उसके मोबाइल से डिलीट किए हुए दस्तवेजों की रिकवरी करवायी जा रही है, जिसके बाद घटना से जुड़े और साक्ष्य भी मिलने की संभावना है.

इसे भी पढ़ेंः कानपुर हिंसा: गरजा बाबा का बुलडोजर, हयात जफर हाशमी के रिश्तेदार के घर पर कार्रवाई

मास्टरमाइंड के साथ डीएम और एसएसपी की फोटो हुई वॉयरल

एसएसपी अजय कुमार की ओर से इस घटना का जिसे मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. उसी मास्टर माइंड जावेद पम्प के साथ डीएम और एसएसपी घटना के पहले बैठक करते थे. अमन शांति के नाम पर होने वाली तमाम बैठकों में आलाधिकारियों के साथ जावेद पम्प मौजूद रहता था. जुमे की नमाज से पहले हुई बैठक में भी वो शामिल था लेकिन आलाधिकारी उसकी मंशा को भांप नहीं सके. एक तरफ जावेद अफसरों के साथ बैठकर पीस कमेटी की बैठक में शामिल होता था वहीं, दूसरी तरफ उपद्रव की साजिश रचता था. मास्टरमाइंड के पकड़े जाने के बाद अब सवाल ये उठता है कि पुलिस को पहले मास्टरमाइंड के इरादों की भनक लग गयी होती तो इतनी बड़ी घटना होने से पहले टल सकती थी.

घटना के दूसरे दिन अटाला में पसरा सन्नाटा

घटना के दूसरे दिन पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. सड़कों के साथ ही गलियों में भी पुलिस पीएसी के साथ आरएएफ के जवान फ्लैग मार्च करते हुए दिखे. अटाला इलाके में एक तरफ सभी दुकानें बंद हैं, तो वहीं, सड़कों पर सन्नाटा भी दिखा. गलियों के अंदर कई घरों के बाहर ताला लटका हुआ दिखा. गलियों के अंदर भी लोग घरों में दुबके हुए नजर आए.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.