प्रयागराज: जिले के मांडा थाना क्षेत्र में मंगलवार को मोहर्रम का जुलूस निकाला जा रहा था. कनेवरा गांव में ताजिया हाई टेंशन तार से छू गया. इसके बाद ताजिये में करंट उतरने से जुलूस में शामिल 18 लोग झुलस गए. इस दौरान जुलूस में शामिल लोगों में चीख पुकार मच गई. आसपास मौजूद लोगों ने करंट की चपेट में झुलसे लोगों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया. डीएम और एसएसपी ने भी अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल चाल जाना. साथ ही अस्पताल में मौजूद मेडकिल स्टाफ से सभी का बेहतर इलाज करने का भी निर्देश दिया. हालांकि, रात तक दो लोगों की हालत थोड़ी गंभीर थी, लेकिन बाकी सभी की हालत में तेजी सुधार हो रहा है. अब सभी स्वस्थ हैं.
संगम नगरी में शहर से 60 किलोमीटर दूर मांडा थाना क्षेत्र में मंगलवार को मोहर्रम की दसवीं के मौके पर ताजिया का जुलूस निकाला जा रहा था. इस दौरान जुलूस में शामिल लोग गमी वाले नारे लगाते हुए ताजिया लेकर करबला की तरफ जा रहे थे. इस बीच रास्ते में हाई टेंशन तार बीच में आया. इसके बाद जुलूस में शामिल लोग तार के नीचे से सुरक्षित ताजिया निकालने का प्रयास कर रहे थे. तभी अचानक ताजिया का ऊपरी हिस्सा तार की चपेट में आ गया. पल भर में ही करंट की चपेट में आने से ताजिया से चिंगारी के साथ ही धुंआ निकलने लगा.उसी दौरान ताजिया को उठाने वाले और उनके नजदीक रहे करीब 18 लोग तेज करंट की चपेट में आने से झुलस गए. करंट से झुलसे लोगों की चीख पुकार सुनकर वहां मौजूद लोगों ने मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को नजदीकी स्वास्थ केंद्र पहुंचाया.
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स्वास्थ्य केंद्र में नहीं था पर्याप्त स्टाफ: करंट की चपेट में आने से झुलसे कई लोगों को लेकर जब लोग मांडा विकास खंड के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र पहुंचे तो, शाम होने की वजह से वहां पर्याप्त संख्या में डॉक्टर और स्टाफ मौजूद नहीं थे. ग्रामीणों ने बताया कि, घायलों के पहुंचने के बाद मेडिकल स्टाफ और दूसरे डॉक्टर अस्पताल पहुंचे और लोगों का इलाज शुरू किया. शाम को हुई इस घटना की जानकारी मिलने के बाद डीएम संजय खत्री और एसएसपी शैलेश कुमार भी मौके पर पहुंचे. दोनों अफसरों ने अस्पताल जाकर मरीजों का हाल चाल जाना और डॉक्टरों से सभी का बेहतर इलाज करने का निर्देश भी दिया.
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