प्रयागराज: कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रयागराज के प्राथमिक विद्यालय जनका भगवतपुर में आयोजित स्वयं सहायता समूहों को बाल एवं महिला सामुदायिक शौचालय की चाबी सौंपी. इस दौरान उन्होंने कहा कि "स्वच्छता ही महिलाओं के स्वस्थ रहने का मूल मंत्र है. माता बहनों बेटियों बहुओं को स्वच्छ वातावरण न मिलने पर कई गंभीर बीमारियों से के दौर से गुजरना पड़ता है."
कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि "योगी सरकार बनने से पहले गोरखपुर में जापानी इंसेफेलाइटिस बीमारी से प्रतिवर्ष 1500 से लेकर 2000 बच्चों की मौत होती थी. डॉक्टरों ने बताया कि जापानी इंसेफेलाइटिस बीमारी का कोई इलाज नहीं है. 70 फीसदी महिलाएं और बच्चे खुले में शौच जाती है. शौचालय की व्यवस्था सुव्यवस्थित न होने कारण गंभीर बीमारियों से मां और बच्चे को गुजारना पड़ता था. आपको जानकर हैरानी होगी 2020 में लगभग 20 बच्चों ही मृत्यु हुई है." उन्होंने कहा कि बिना डॉक्टर और दवाई के सिर्फ स्वच्छता के जरिए ही बीमारियों पर अंकुश पाया जा सकता है.
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि "शुक्रवार को 11 ग्रामसभाओं को शौचालय की चाबी सौंपी गई. योगी सरकार प्रत्येक ग्राम सभा में सामुदायिक शौचालय बनवा कर महिलाओं और बच्चों को समर्पित कर रही हैं. गांव के अंदर विकास का प्रमुख जिम्मेदारी प्रधान की होती है, अगर जाति, धर्म, भाईचारा के चक्कर में गलत प्रधान चुनेंगे तो 5 सालों तक समस्याओं से जूझना पड़ता है. जाति, धर्म और भाईचारा से ऊपर उठकर सही प्रधान चुनें मैं आप लोगों को विश्वास दिलाता हूं, जिस तरह से मैंने 4 सालों में आपके गांव के बाहर सभी प्रमुख सड़कों को जोड़ने का काम किया है. उसी तरह सही प्रधान चुनने पर गांव के अंदर भी विकास का मजबूत आधार स्थापित कराऊंगा."
इससे पहले सिद्धार्थ नाथ सिंह ने नगर निगम के कार्यकारिणी चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में मतदान के बाद कहा कि नगर निगम के विकास का प्रमुख आधार नगर कार्यकारिणी समिति है, जो विकास के हर मूलभूत सुविधाओं को जोड़ने का कार्य करती है. हमें विश्वास है कि नई कार्यकारिणी के जरिए प्रयागराज में विकास का स्तंभ और मजबूत होगा.