प्रयागराज: विश्व हिंदू परिषद की प्रांतीय बैठक(Provincial meeting of Vishwa Hindu Parishad) में कई अहम फैसले हुए. बैठक में आए हुए संतो ने अपने विचारों को रखा. साधु-संतो का समाज मे क्या योगदान है और आगे समाज में किस प्रकार अपने दायित्वों का निर्वहन कर सकेंगे इस पर भी चर्चा हुई. बैठक में सबसे पहले दूरदराज से आये हुए संतों का सम्मान किया गया. इसके बाद बैठक आयोजित हुई.
बैठक में धर्म परिवर्तन, गंगाजी का अस्तित्व कायम रखने, भारत में छुआछूत जैसे बीमारियों को दूर करने तथा जो पुराने सांस्कृतिक संस्कार हैं उनको दोबारा कैसे लाया जाए इस सब पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई. बैठक में साधु संतों ने अन्य मुद्दों पर भी अपने अपने विचार रखे. बैठक में शामिल होने आए यमुना पूरी महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव ने बताया कि बैठक में प्रयागराज से लेकर आसपास के जितने भी प्रतिष्ठित संत है और सनातन परंपरा से जुड़े हुए आश्रमों से आए हुए प्रतिनिधियों ने भाग लिया.(Meeting of sages and saints in Prayagraj)
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बैठक में सनातन परंपरा के उत्थान के लिए साधु संतों ने चर्चा की. साथ ही अपने सनातन परंपरा में जाति-पाति से ऊपर उठकर सभी जाति संप्रदाय को एकजुट करने पर भी विमर्श किया गया.
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