प्रयागराज: बाहुबली अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद अब धीरे-धीरे उसकी अवैध सम्पत्तियों का खुलासा हो रहा है. इस कड़ी में अतीक अहमद का नौकर हुबलाल पुलिस के पास पहुंचा. उसने बताया कि उसके नाम से करोड़ों रुपये की संपत्ति है, जिसे माफिया ने जबरन उसके नाम पर रजिस्ट्री करवा दी थी. अब वो सरकार को सौंपना चाहता है. इसके लिए उसने पुलिस को लिखित जानकारी दी थी. इसके बाद पुलिस आयुक्त की न्यायालय में इस मामले की शनिवार को सुनवाई हुई. पुलिस आयुक्त ने 20 बीघा जमीन को कुर्क करने का आदेश जारी कर दिया है. एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के गौसपुर कटहुला थाना क्षेत्र की इस 20 बीघा जमीन की कीमत 12 करोड़ 42 लाख से अधिक बताई जा रही है. जल्द ही पुलिस इस जमीन को कुर्क करने की कार्यवाही करेगी.
अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की अवैध सम्पत्तियों के बारे में जानकारी देने के लिए लोग खुद सामने आ रहे हैं. 15 अप्रैल को अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद से माफियों का डर लोगों के मन से दूर हो गया है. इसके बाद प्रयागराज शहर से दूर लालापुर इलाके में रहने वाला हुबलाल पुलिस के पास पहुंचा और उसने अपने नाम पर बेनामी संपत्ति होने की जानकारी दी. उसने पुलिस को बताया कि माफिया बंधुओं ने उसे डरा धमकाकर उसके नाम पर अलग-अलग जमीन की रजिस्ट्री करवा दी थी. उसके द्वारा दी गयी जानकारी के बाद पुलिस आयुक्त की जांच में हुबलाल के नाम पर 5.0510 हेक्टेयर जमीन मिली, जो लगभग 20 बीघा से अधिक है. उसकी कीमत 12 करोड़ 42 लाख से अधिक है. शनिवार को पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा की कोर्ट ने माफिया की इस अवैध संपत्ति की कुर्की का आदेश पारित कर दिया. पुलिस कमिश्नर ने गैंगस्टर एक्ट की धारा 14-1 के तहत कुर्की की कार्रवाई का आदेश जारी कर दिया है.
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राजमिस्त्री का काम करने वाले ने संपत्ति दान करने की अपील: अतीक अहमद ने एक राजमिस्त्री हुबलाल के नाम पर 14 अगस्त 2015 को कुल 16 संपत्तियां रजिस्ट्री करवाई थीं. पुलिस के मुताबिक, अतीक अहमद ने 14 लोगों को डरा-धमका कर 16 संपत्तियों को हुबलाल के नाम पर एक दिन में ही रजिस्ट्री करवाई थी. यह जमीन एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के गौसपुर कटहुला इलाके में ससुर खदेरी नदी के पास स्थित है. अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद हुबलाल खुद पुलिस के पास पहुंचा था. उसने पुलिस को यह जानकारी दी थी कि अतीक गैंग ने उसके नाम पर जबरन जमीन रजिस्ट्री करवाई है. जिसे वह अब सरकार को दान देना चाहता है. जहां पर वह स्कूल, कॉलेज या अनाथालय या अस्पताल बनवाना चाहता है.
पुलिस की जांच में बीपीएल कार्डधारक निकला हुबलाल: हुबलाल से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि हुबलाल राजमिस्त्री का कार्य करता है. उसके पास बीपीएल कार्ड भी है. इसके जरिये वह हर माह राशन भी लेता है. उसके नाम पर कितनी जमीन है, उसके बारे में अभी उसे भी पूरी तरह से जानकारी नहीं है. उसने पुलिस आयुक्त की कोर्ट में पेश होकर यह मांग भी की है कि उसके नाम से कितनी संपत्ति है, उसका भी पता लगा लिया जाए. उसे वह सरकार के नाम पर देगा. क्योंकि, माफिया बंधुओं ने उसे डरा-धमकाकर उसके नाम पर सम्पत्तियों की रजिस्ट्री करवाई है, जिससे उसका कोई वास्ता नहीं है.
डीसीपी सिटी दीपक भूकर के मुताबिक, माफिया अतीक अहमद की अन्य अवैध और बेनामी संपत्तियों की भी जांच की जा रही है. कुर्की की कार्यवाही के लिए जॉइंट डायरेक्टर ओम प्रकाश राय और एसपीओ दिनेश द्विवेदी ने भी कड़ी पैरवी कर संपत्ति को कुर्क करने का फैसला करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.