प्रयागराज: दो साल से बंद चल रही खेल गतिविधियां इस बार चालू हुईं तो मदन मोहन मालवीय स्टेडियम के खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों ने इस बार पूरे उत्साह के साथ ट्रैक पूजन किया. यह अलग बात है कि ट्रैक पूजन पहले छोटी दिवाली के दिन हुआ करता था, लेकिन इस बार धनतेरस के दिन ही किया गया. 11 हजार मोमबत्तियां जलाकर स्टेडियम में ट्रैक पूजा की गई.
दीपावली की पूर्व संध्या यानी धनतेरस पर संगम नगरी प्रयागराज में एक साथ 11 हजार मोमबत्तियां जलाकर स्टेडियम में ट्रैक पूजा की गई. एक साथ हजारों मोमबत्तियों की रोशनी से मदन मोहन मालवीय स्टेडियम जगमगा उठा. ऐसा लगा मानो सितारे आसमान से धरती पर उतर आए हैं. खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों ने इस मौके पर स्टेडियम में दीपों और मोमबत्तियों से अलग अलग आकृति बना कर एक अनूठे अंदाज में दर्शाने की कोशिश की.
दीपों के जरिए स्वच्छता का संदेश दिया गया. मंगलवार शाम को हुए ट्रैक पूजन में सभी प्रशिक्षक और खिलाड़ी मौजूद रहे. ग्राउंड में मोमबत्तियां सजाने के लिए सुबह से प्रशिक्षक और खिलाड़ी लगे थे. खिलाड़ियों ने एक साथ हजारों मोमबत्तियां जलाकर आने वाले साल में अपना खेल बेहतर होने और ज्यादा से ज्यादा कामयाबी मिलने की कामना की. साथ ही इस मौके पर भव्य आतिशबाजी भी की गई. आतिशबाजी की वजह से आसमान सतरंगी रोशनी से भर गया.
स्टेडियम में ट्रैक पूजन के दौरान खिलाड़ियों ने लगभग हजारों मोमबत्ती जलाकर इस तरह सजावट की जैसे तारे जमीं पर उतर आए हो. खास यह कि जो खिलाड़ी जिस खेल से जुड़ा होता है, वह अपने क्षेत्र में मोमबत्तियों से सजावट करता है. इस बार भी जब स्टेडियम में एक साथ 11 हजार मोमबत्तियां जलीं तो पूरे मैदान का नजारा देखने लायक रहा.
इसे भी पढ़ें-दीपोत्सव 2021: बेहद भव्य रही दीपोत्सव की दूसरी शाम लेजर शो की रामलीला देखने उमड़े लोग
वहीं उप क्रीडा अधिकारी ने बताया कि खिलाड़ी अच्छी मेहनत करके प्रदेश और देश के लिए मेडल लाएं. साथ ये भी संदेश दिया की हम सब एक है और एकता में ही अनेकता का प्रतीक है. मदन मोहन मालवीय स्टेडियम को 11000 दीपों की रोशनी से भर दिया गया. साथ ही स्टेडियम का आवासीय कांप्लेक्स भी खूबसूरत रोशनी से सजाया गया.