प्रयागराज: हजारों की संख्या में अनशन पर बैठे प्रतियोगी छात्रों ने सरकार और आयोग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है. छात्रों की मांग है कि जब तक एलटी ग्रेड परीक्षा का रिजल्ट घोषित नहीं होगा तब तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा. परीक्षा के दो सबसे प्रमुख विषय हिंदी और सामाजिक विज्ञान के अंतिम चयन का परिणाम अधर में फंसा है. सबसे अधिक 30 फीसदी पद इन्हीं दो विषयों में हैं.
आयोग के खिलाफ एकजुट हुए छात्र
- एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के परीक्षा परिणाम को लेकर छात्रों ने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है.
- लोक सेवा आयोग ने एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के दो विषयों का परिणाम अभी घोषित नहीं किया है.
- अनशन पर बैठे प्रतियोगी छात्रों ने सरकार, आयोग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
- एलटी ग्रेड परीक्षा का रिजल्ट घोषित नहीं होने तक छात्रों का प्रदर्शन जारी रहेगा.
- परीक्षा के दो प्रमुख विषय हिंदी, सामाजिक विज्ञान का अंतिम चयन परिणाम अधर में फंसा है.
लाखों छात्रों का भविष्य दांव पर
रिजल्ट घोषित करने की मांग को लेकर आयोग के सामने प्रतियोगी छात्रों ने कार्मिक शुरू कर दिया है. अनशन बैठे छात्रों का कहना कि हिंदी और सामाजिक विज्ञान विषय में एलटी ग्रेड शिक्षकों के कुल 3287 पदों पर चयन होना है. परीक्षा 29 जुलाई 2018 को आयोजित की गई थी. इस परीक्षा के हिंदी विषय में 1433 और सामाजिक विज्ञान में 1854 पदों पर परीक्षा हुई थी. इन्हीं दो विषयों में पेपर आउट होने के आरोप लगे थे, जिसकी जांच एसटीएफ कर रही है. जांच रिपोर्ट के इंतजार में लाखों अभ्यर्थियों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है.
12 महीने से एलटी ग्रेड शिक्षक परीक्षा रिजल्ट को लेकर प्रदर्शन करते आ रहे हैं. न तो अब तक सरकार ने सुध ली है और न ही अयोग ने इस मामले पर कुछ बोला है. जिस प्रकार सभी विषयों की नियुक्ति आयोग ने शुरू कर दी है, उसी तरह से हिंदी और सामाजिक विषयों की नियुक्ति करनी चाहिए थी. प्रदेश सरकार इन दो विषयों का परिणाम रोक कर हजारों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है.
पंकज अंगारा, प्रतियोगी छात्र28 जुलाई 2018 को यह भर्ती शुरू हुई थी. परीक्षा समाप्त होने के बाद 13 विषयों में हिंदी और सामाजिक विषय का रिजल्ट नहीं आया है. हमारी मांग है कि जिस तरह सभी विषयों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो गई है, उसी तरह इन दो विषयों की नियुक्ति की जाए. अगर हमारी मांग पूरी नहीं होती है, तो क्रमिक अनशन के साथ सभी छात्र भूख हड़ताल पर चले जायेंगे.
शेरसिंह यादव, प्रतियोगी छात्र