प्रयागराजः वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में स्थित श्रृंगार गौरी पूजा मामले की सुनवाई इलाहाबाद हाईकोर्ट में गुरुवार को भी जारी रहेगी. बुधवार को अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी की याचिका की सुनवाई न्यायमूर्ति जेजे मुनीर की अदालत में हुई. याचिका में मां श्रृंगार गौरी की नियमित पूजा की मांग की गई है.
हाईकोर्ट में हिंदू पक्ष की तरफ से अधिवक्ता ने विश्वेश्वर नाथ मंदिर के खंडित होने से पहले की तस्वीरें पेश की. बहस के दौरान औरंगजेब की आलम गीरी किताब का हवाला देते हुए कहा कि उसमें विश्वेश्वर नाथ मंदिर ध्वस्त करने की राजाज्ञा का उल्लेख है. ब्रिटिश लेखक की पुस्तक के हवाले से कहा कि विवादित परिसर में श्रृंगार गौरी की पूजा होती थी.
जैन ने पुराने मंदिर का नक्शा दिखाते हुए कहा कि स्वयं भू विश्वेश्वर नाथ के चारों तरफ आठ मंडप थे. आज जहां तीन गुंबद है, वह श्रृंगार गौरी,गणेश व दंड पाणि मंडप है. जिसमें मूर्ति स्थापित थी. जिसे औरंगजेब के फरमान से तोड़ा गया था. अष्टमंडपम के पूजा स्थल को भी फोटोग्राफ के जरिए पेश किया. मामले मे सुनवाई कल फिर होगी.