प्रयागराज: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में बीते दिनों हुए विरोध प्रदर्शन को लेकर हाईकोर्ट में एक हफ्ते पहले बहस हुई थी. कोर्ट ने मंगलवार को NHRC यानी राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को इस घटनाक्रम में जांच के आदेश दिए हैं. कोर्ट ने यह आदेश दिया है कि इस हिंसा में NHRC की एक महीने के अंदर पूरी जांच खत्म करके रिपोर्ट देने का आदेश दिया है.
मीडिया से बात करते हुए सीनियर एडवोकेट कॉलिन गोसाल्वेस ने बताया कि चीफ जस्टिस ने कहा जो पीड़ित हैं, वह अपना बयान एनएचआरसी के सामने दर्ज करा सकते हैं. जिसकी फाइनल रिपोर्ट एक महीने में आएगी.
सीनियर एडवोकेट कॉलिन गोसाल्वेस ने कहा कि हमारे लिए एक मौका है कि एनएचआरसी और हाईकोर्ट के सामने अपना पूरा एविडेंस पुलिस के खिलाफ पेश कर पाएंगे. अभी सिर्फ फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट है, लेकिन हमें मौका मिला है कि पुलिस ने क्या दमन किया अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में. जिसने गैरकानूनी तरीके से स्टूडेंट को टॉर्चर किया. बुरी तरह से मारा, यह हमारा एक बड़ा मौका है.