प्रयागराज : कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर के बीच इस मौसम में मलेरिया और डेंगू का खतरा भी बढ़ गया है. ऐसे में बाढ़ से प्रभावित इलाकों समेत अन्य क्षेत्रों में डेंगू से सावधानी की जरूरत है. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है.
बता दें कि बाढ़ के बाद जगह-जगह भवनों की छतों पर और रेलिंग आदि में जहां पानी भरा हुआ है, में डेंगू के मच्छर पनपने लगे हैं (चूंकि यह साफ पानी में ही पनप पाते हैं). ऐसे में डेंगू के मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है. शहर में अब तक 8 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है जिनमें से 7 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू व मलेरिया रोगों के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाने और इसके रोकथाम का प्रयास किया जा रहा है.
वरिष्ठ चिकित्सक, संजीव यादव का कहना है कि इस सीजन में मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है. जगह-जगह जलभराव के कारण मच्छर पनपेंगे. ऐसे में सबसे ज्यादा जरूरत है कि जहां कहीं भी पानी जमा न होनें दें. खासकर कूलर व छतों की रेलिंग आदि के पास बने पाॅकेट जहां बरसात का साफ पानी इकट्ठा हो जाता है, को भी साफ कर दें क्योंकि डेंगू के मच्छर हमेशा साफ पानी में पनपते हैं जो जानलेवा साबित होते हैं. बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू मलेरिया के मरीजों की जांच कराई जा रही है और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें भर्ती भी किया जा रहा है.
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डेंगू के लक्षण
- तेज बुखार.
- सिर और मांसपेशियों -जोड़ों में दर्द.
- आंखों के पिछले हिस्से में दर्द.
- कमजोरी लगना.
- भूख न लगना, मरीज का जी मिचलाना.
- चेहरे, गर्दन, चेस्ट पर लाल-गुलाबी रंग के रैशेज पड़ना.
- डेंगू हेमरेजिक में नाक, मुंह, मसूड़े व मल मार्ग से खून आना.
- डेंगू शॉक सिंड्रोम में ब्लडप्रेश लो होना बेहोशी होना और शरीर में प्लेटलेट्स लगातार कम होने लगना.
ऐसे करें डेंगू से बचाव
- घर और आस-पास पानी को जमा न होने दें.
- कूलर, बाथरूम, किचन में जलभराव पर ध्यान दें.
- एकत्र पानी में मच्छर का लार्वा नष्ट करने का तेल स्प्रे करें.
- एसी की पानी टपकने वाली ट्रे को रोज साफ करें.
- घर में रखे गमले में पानी जमा न होने दें.
- छत पर टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें.
- पक्षियों को दाना-पानी देने के बर्तन को रोज साफ करें.
- शरीर को पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहनें.
- बच्चों को फुल पेंट व पूरी बाजू की शर्ट पहनाएं.
- संभव हो तो मच्छरदानी लगाकर सोएं.
खानपान का रखें ध्यान
बुखार में आहार का ध्यान रखें. हरी सब्जियां, फलों के साथ सुपाच्य भोजन करें. तरल चीजें खूब पिएं. पानी सूप, दूध, छाछ, नारियल पानी, ओआरएस का घोल, जूस, शिकंजी आदि लें. बासी व तैलीय खाना न खाएं.