प्रयागराज: जिले के घूरपुर औद्योगिक थाना क्षेत्र के एक गांव से 20 सितंबर को अगवा की गई किशोरी 27 सितंबर की देर रात छिवकी जंक्शन के समीप बेहोशी की हालत में मिली थी. होश में आने पर किशोरी अपने मामा के घर पहुंची. किशोरी ने परिजनों को बताया कि पांच लोगों ने बंधक बनाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया.
जानकारी होने पर परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, लेकिन सीमा विवाद की वजह से पीड़िता के परिजन घूरपुर औद्योगिक थाने और नैनी कोतवाली के चक्कर लगाते रहे. हालांकि बाद में औद्योगिक थाने में मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, घूरपुर औद्योगिक थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 13 वर्षीय किशोरी अपने दो छोटे भाइयों को अपने मामा के घर पहुंचाने आई थी. किशोरी का कहना है कि मामा के घर में भाइयों को छोड़ने के बाद वह साइकिल से घर वापस जा रही थी. तभी एक गांव के पास पहले से घात लगाकर बैठे पांच लोग उसे नशीला पदार्थ सुंघाकर बाइक से उठा ले गए. किशोरी ने बताया कि उसे एक घर में बंधक बनाकर पांचों ने सात दिन तक उसके साथ दुष्कर्म किया. रविवार को आरोपी उसे छिवकी जंक्शन के बाहर बेहोशी हालत में फेंक कर चले गए.
वहीं सूचना के बाद सीओ करछना सोमेंद्र मीणा ने खुद मामले का संज्ञान लिया. सीओ सोमेंद्र मीणा ने बताया कि किशोरी को मेडिकल चेकअप के लिए भेज दिया गया है. मामले में नैनी और घूरपुर औद्योगिक थाना पुलिस में सीमा का विवाद था. इस बीच घूरपुर औद्योगिक थाना पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बाकी चार आरोपियों की तलाश की जा रही है. मामले में प्रेम-प्रसंग की भी बात सामने आ रही है. आरोपियों की मोबाइल कॉल डिटेल्स खंगाली जा रही है.